किसानों ने नेशनल हाईवे किया जाम, कलक्ट्रेट में डाला गन्ना

जागरण संवाददाता, बागपत : जिले की तीनों शुगर मिलों का संचालन शुरू नहीं होने पर भाकियू के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Oct 2018 08:24 PM (IST) Updated:Thu, 25 Oct 2018 08:24 PM (IST)
किसानों ने नेशनल हाईवे किया जाम, कलक्ट्रेट में डाला गन्ना
किसानों ने नेशनल हाईवे किया जाम, कलक्ट्रेट में डाला गन्ना

जागरण संवाददाता, बागपत : जिले की तीनों शुगर मिलों का संचालन शुरू नहीं होने पर भाकियू के बैनर तले किसानों ने दिल्ली-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सांकेतिक जाम लगाया। लोगों की परेशानियों को देखते हुए जल्द ही जाम खोल दिया गया। बाद में किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रालियों में लाया गया गन्ना कलक्ट्रेट में डाल दिया। किसानों ने शुगर मिलों का संचालन शुरू नहीं होने तक कलक्ट्रेट में गन्ना डालने का एलान किया।

गुरुवार को किसान गन्ना भरी ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ कलक्ट्रेट में पहुंचे थे। उसके बाद हाई वे जाम किया था। इस मौके पर गौरव टिकैत ने कहा कि सूबे की सरकार ने 25 अक्टूबर तक सभी शुगर मिलों का संचालन शुरू करने की घोषणा की थी। इसी कारण किसान ने गन्ने की छिलाई शुरू कर दी थी, लेकिन आज तक जिले की तीनों शुगर मिलों का संचालन शुरू नहीं हुआ। उन्होंने मांग की कि जिला प्रशासन गन्ने की तौल कराने की व्यवस्था जल्द करे। जिलाध्यक्ष प्रताप ¨सह गुर्जर ने कहा कि शुगर मिलों का संचालन शुरू नहीं होने तक कलक्ट्रेट में धरना जारी रहेगा। प्रतिदिन किसान कलक्ट्रेट में गन्ने की ट्रालियां लेकर आएंगे। अध्यक्षता चौधरी सुखवीर ¨सह व संचालन जहान ¨सह मलियाना ने किया। सतीश, उपेन्द्र तोमर, इंद्रपाल मलिक, हिम्मत ¨सह, सनव्व्र, बबलू व हरेन्द्र आदि मौजूद रहे।

बागपत शुगर मिल में होगी गन्ने की तौल

बागपत : कलक्ट्रेट में गन्ना लेकर पहुंचे किसानों को समझाने के लिए एसडीएम विवेक कुमार यादव पहुंचे। किसानों ने गन्ना की तौल शुरू होने तक कलक्ट्रेट से जाने से इंकार कर दिया। इस पर एसडीएम ने बागपत शुगर मिले में गन्ने की तौल शुरू कराने का आश्वासन दिया। इस पर किसान अपने गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों को लेकर बागपत शुगर मिल पहुंच गए, जहां गन्ने की तौल शुरू की गई।

गन्ना भुगतान न होने पर जताया रोष

संवाद सूत्र, बिनौली : रंछाड गांव में गुरुवार को किसानों की बैठक में निजी चीनी मिलों द्वारा बकाया भुगतान न किये जाने पर रोष प्रकट किया गया तथा इसके लिए प्रदेश सरकार को दोषी ठहराया गया। बैठक में मास्टर महक ¨सह ने कहा कि नया गन्ना पेराई सत्र शुरू होने वाला है। लेकिन अभी तक निजी चीनी मिलों द्वारा पिछले सत्र का बकाया मूल्य भुगतान नही दिया गया है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा किसानों का बकाया मलकपुर मिल पर है। किसान नेता र¨वद्र हट्टी ने कहा कि प्रदेश सरकार की निजी चीनी मिलों से सांठगांठ के चलते किसानों का भुगतान नही मिल रहा है। सुधीर तोमर ने कहा कि चीनी मिलें चालू होने को हैं लेकिन प्रदेश सरकार अभी तक गन्ना मूल्य तय नहीं कर पाई है और न ही बकाया मूल्य भुगतान दिलाने में कोई रुचि दिखा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री भुगतान कराने की घोषणा व दावे तो कर रहे हैं, लेकिन उस पर अमल नही हो पा रहा है। बैठक में मिलों द्वारा भुगतान में देरी करने पर कड़ा रोष प्रकट किया गया। अध्यक्षता मास्टर पवन ¨सह, संचालन प्रधानाचार्य ओमवीर ¨सह तोमर ने किया। इस मौके पर देवेंद्र प्रधान, जिले ¨सह, ओंकार ¨सह, सतबीर, जय कुमार, जगबीरे, जयपाल, चंद्रपाल, जगपाल आदि मौजूद रहे।

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