विवादित ढांचा ध्वंस के बाद बड़ौत पहुंचे थे कल्याण सिंह

अयोध्या में आज यानी पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भव्य भूमि पूजन कार्यक्रम किया जाएगा। बताया गया कि 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद कल्याण सिंह की बड़ौत में जोरदार जनसभा हुई थी। इसमें उन्होंने जोशीला भाषण दिया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 12:32 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 07:29 AM (IST)
विवादित ढांचा ध्वंस के बाद बड़ौत पहुंचे थे कल्याण सिंह
विवादित ढांचा ध्वंस के बाद बड़ौत पहुंचे थे कल्याण सिंह

जागरण न्यूज नेटवर्क बागपत : अयोध्या में आज यानी पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भव्य भूमि पूजन होगा। दशकों तक राजनीति की धुरी बने राम मंदिर आंदोलन में अपनी सरकार की बलि चढ़ाकर मार्च 1993 में कल्याण सिंह ने बड़ौत में जनसभा को संबोधित किया। 55 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने राममंदिर निर्माण के लिए हजार सरकारें कुर्बान करने का दम भरते हुए लोगों को एकजुट किया था।

विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह बड़े हिदूवादी नेता के रूप में उभरे। भाजपा ने छवि को भुनाते हुए देशभर में उनकी जनसभाएं कराईं। मार्च 1993 में बड़ौत के दिगंबर जैन कॉलेज के ए-फिल्ड में कल्याण सिंह की सभा में अपार भीड़ उमड़ी।

जैन राजनीतिक एकता मंच के राष्ट्रीय सचिव विनोद जैन एडवोकेट बताते हैं कि जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा था कि राम मंदिर के लिए एक सरकार नहीं हजार सरकारें कुर्बान। विवादित ढांचा ध्वस्त कर हिदू समाज अपमान की बेडि़यों से मुक्त हुआ है, जिसके लिए अगर फांसी पर भी लटकना पड़े तो कोई भी अफसोस नहीं होगा। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से प्रश्न किया था कि अयोध्या में राममंदिर का निर्माण नहीं होगा तो क्या पाकिस्तान में होगा? इसका उत्तर भी स्वयं देते हुए कहा कि राममंदिर का निर्माण अवश्य होगा, चाहे उसके लिए कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। इसके बाद सभा में मौजूद भीड़ ने- रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे के नारे लगाए थे। सभा में कल्याण सिंह ने प्रत्येक गांव से पांच रामशिलाएं अयोध्या भेजने की अपील की थी। उनका जोशीला भाषण को सुनने के लिए मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, मोदीनगर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। सभा में जबरदस्त उत्साह था, बीच-बीच में जय श्रीराम के नारे बुलंद किए गए।

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शहर में हुआ भव्य स्वागत

मार्च 1993 में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बड़ौत पहुंचने पर शहर में भव्य स्वागत किया गया। पूरा शहर उनके स्वागत के लिए तोरण द्वार से सजाया गया था। शहर में जगह-जगह महिलाओं ने थाल सजाकर दीपकों से आरती उतारी थी।

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