हुक्मरान ही खामोश, कैसे बचेंगे फुटपाथ

जागरण संवाददाता, बड़ौत : उन्हें तो सिर्फ फाइलों का पेट भरने से मतलब है। कोई फुटपाथ कब्जाए या सड़क। अति

By Edited By: Publish:Sat, 13 Jun 2015 11:32 PM (IST) Updated:Sat, 13 Jun 2015 11:32 PM (IST)
हुक्मरान ही खामोश, कैसे बचेंगे फुटपाथ

जागरण संवाददाता, बड़ौत : उन्हें तो सिर्फ फाइलों का पेट भरने से मतलब है। कोई फुटपाथ कब्जाए या सड़क। अतिक्रमण करें तो करें, उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। यह सच्चाई है उन हुक्मरानों की, जिनकी आंखों के सामने फुटपाथ अतिक्रमण के शिकार हैं और वह मूकदर्शक बने तमाशा देख रहे हैं।

बागपत जिले में बड़ौत सबसे बड़ा शहर है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में शामिल व दिल्ली के बेहद नजदीक होने के बाद भी यहां कोई नियम-कायदे शायद नहीं है। नागरिकों की सबसे बड़ी जरूरत फुटपाथ की ही बात करें तो यहां रत्तीभर भी फुटपाथ नहीं। मुख्य मार्ग हो या कोई सामान्य, कोई बड़ौत में फुटपाथ ढूंढकर दिखाए तो जानें।

ये हैं हालात : शहर के सबसे बड़े मार्ग महावीर मार्ग समेत तमाम मार्गो पर फुटपाथ है तो जरूर, लेकिन वह दिखता किसी को नहीं है। दुकानदारों ने खुद दुकानें नाले पर बना दी है और अपनी दुकान के आगे का फुटपाथ छोटे दुकानदारों, ठेले वालों आदि को किराये पर दे रखा है। नतीजतन, सभी मार्गो पर जहां वाहन चलने चाहिए, वहां पैदल यात्री चलते हैं और उन्हीं के बीच हॉर्न बजा-बजाकर वाहन निकलते हैं, जिससे आए दिन जाम की स्थिति रहती है। कई बार तो लोग घंटों-घंटों जाम में फंस जाते हैं।

फ्लॉप रहते हैं अभियान : पुलिस-प्रशासन व नगर पालिका स्तर पर अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान भी चलाए जाते हैं। दो-चार घंटों के लिए सामान को रास्तों से हटवा भी दिया जाता है, लेकिन होता कुछ नहीं है। अधिकारी भी फाइलों तक सीमित साबित हो जाते हैं। वरिष्ठ नागरिक इंदरपाल ¨सह का कहना है, यदि अफसर सख्ती दिखाएं तो एक दिन में तमाम फुटपाथ खाली कराए जा सकते हैं, परंतु कोई इस बाबत आगे नहीं आना चाहता है।

खुद उठाना पड़ेगा बीड़ा

वरिष्ठ नागरिक हरपाल ¨सह, प्रीतम वर्मा आदि का कहना है, नागरिकों को अतिक्रमण हटवाने के लिए स्वयं ही पहल करनी होगी। जब तक नागरिक अपने अधिकार के प्रति जागरुक नहीं होंगे, उन्हें मुसीबत उठानी पड़ेगी।

इन्होंने कहा.

जल्द ही अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। किसी भी सूरत में अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

यशवर्धन श्रीवास्तव, एसडीएम-बड़ौत।

अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज किए जाएंगे और उन दुकानदारों की भी जांच होगी, जिन्होंने फुटपाथ किराये पर दिया है।

सीपी ¨सह, सीओ-बड़ौत।

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