जिले में चिह्नित 121 वेटलैंड्स में से 74 जगह हुई सैंपलिग

जिले में जलभराव वाले 121 स्थानों को वेटलैंड्स के रूप में चिह्नित किया है। इनमें से 74 स्थानों से सैंपल लेकर जांच को प्रयोगशाला भिजवाया। डीएम कुमार प्रशांत ने खंड विकास अधिकारियों को चिह्नित सभी स्थानों की सैंपलिग कराने के निर्देश दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 12:51 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 12:51 AM (IST)
जिले में चिह्नित 121 वेटलैंड्स में से 74 जगह हुई सैंपलिग
जिले में चिह्नित 121 वेटलैंड्स में से 74 जगह हुई सैंपलिग

जेएनएन, बदायूं : जिले में जलभराव वाले 121 स्थानों को वेटलैंड्स के रूप में चिह्नित किया है। इनमें से 74 स्थानों से सैंपल लेकर जांच को प्रयोगशाला भिजवाया। डीएम कुमार प्रशांत ने खंड विकास अधिकारियों को चिह्नित सभी स्थानों की सैंपलिग कराने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में सीडीओ निशा अनंत के साथ डीएम ने पौधरोपण समिति, गोसंरक्षण समिति समेत विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की।

डीएम ने कहा कि पौधरोपण को जिन विभागों को जो लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। उनके सापेक्ष जियो टैगिग नहीं हो सकी है। उसे शीघ्र पूरा कराकर अपटेड करा लें। सॉलिड एवं प्लास्टिक वेस्ट मैने•ामेंट आदि के कार्यों पर संतोष जताया। बिसौली में डंपिग के लिए स्थान मिल चुका है। डीएम ने निर्देश दिए है कि बिना इयर टैगिग के पशुओं का परिवहन नहीं किया जाएगा और न ही बेचे जाएंगे। अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को निर्देश दिए कि मेलों में पशुओं के लिए पानी, रैंप सहित पशुओं की लिए पर्याप्त व्यवस्था रहे। पशुओं को ले जाने वाले ट्रक पर एनिमल कैरियर लिखा जाए, जिसमें फ‌र्स्ट एड बॉक्स उपलब्ध हो। बड़े पशुओं के लिए ट्रक में दो वर्ग मीटर जगह होना आवश्यक है। उन्होंने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि गोवंशों के लिए वरसीम और सरसों के चारा बीज उपलब्ध कराएं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. अरुण कुमार जादौन को निर्देश दिए कि पशु आश्रय स्थल पर तैयार होने वाली वर्मी कम्पोस्ड एवं गोबर की खाद कृषकों को दिलवाई जाए। फर्श को साफ करने वाले गौ क्लीनर, धूपबत्ती एवं गाय के मूत्र एवं गोबर से बनने वाले उत्पादों को तैयार कराकर लालपुल स्थित पशु चिकित्सालय में बिक्री प्रारंम्भ की जाए। डीएम ने ईओ कछला को निर्देश दिए कि वमनौसी स्थित गोवंश आश्रय स्थल में तैयार होने वाले गोबर लट्ठों को शवदाह गृह में आपूर्ति की जाए।

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