संवेदनहीनता की इंतहा, जिला अस्पताल में 'जिंदगी' फना

जिला अस्पताल में लापरवाही की वजह से एक युवक ने तड़पकर दम तोड़ दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jul 2019 12:12 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jul 2019 06:22 AM (IST)
संवेदनहीनता की इंतहा, जिला अस्पताल में 'जिंदगी' फना
संवेदनहीनता की इंतहा, जिला अस्पताल में 'जिंदगी' फना

बदायूं : जिला अस्पताल में रविवार को एक बार फिर मानवीय संवेदनाओं को झकझोरने वाली तस्वीर सामने आई। गंभीर हालत में पहुंचा युवक इमरजेंसी वार्ड में फर्श पर डेढ़ घंटे तक तड़पता रहा। समय पर इलाज न मिलने की वजह से अंत में उसके प्राण निकल गए। जबकि युवक कराहता और चिल्लाता रहा लेकिन किसी ने फरियाद नहीं सुनी। इधर, उसने पांच दिन पहले पत्नी समेत चार लोगों के खिलाफ मारपीट की तहरीर भी पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने भी उसकी तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजतन युवक द्वारा अस्पताल में जहर खाकर मौत की आशंका जताई जा रही है।

सिविल लाइंस इलाके के गांव जहानाबाद निवासी तारा सिंह की रविवार दोपहर करीब दो बजे अस्पताल परिसर में मंदिर के पास हालत बिगड़ गई। मुंह से झाग निकल रहे थे और सल्फास की गंध आ रही थी। अस्पताल के स्टाफ ने उसे भर्ती करके इलाज किया और बाद में वार्ड में शिफ्ट कर दिया। कुछ देर बाद युवक की शौच उसके कपड़ों में ही निकलने पर स्टाफ ने वहां लगी टंकी के नीचे उसे बैठा दिया। इसके बाद स्टाफ ने उसकी सुध नहीं ली। किसी तरह वहां से उठकर वार्ड की तरफ जमीन पर घिसटते हुए युवक पहुंचा और इलाज की गुहार की लेकिन किसी ने नहीं सुना। करीब डेढ़ घंटे बाद युवक ने वार्ड के बाहर ही दम तोड़ दिया। आनन-फानन में स्टाफ ने उसका शव मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को जानकारी दी। मृतक के भाई सोना सिंह का आरोप है कि उसकी पत्नी ने जहर देकर उसकी हत्या की है। देर रात तक मामले की तहरीर नहीं दी जा सकी थी। वर्जन ::

ऐसा मामला जानकारी में नहीं है। अगर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से मौत हुई तो मामला गंभीर है। मामले की जांच कराई जाएगी। जो भी स्टाफ या डॉक्टर दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. पदमाकर सिंह, डीजी हेल्थ

वर्जन ::

जिला अस्पताल में युवक की मौत का प्रकरण संज्ञान में नहीं है। इस मामले को दिखवाया जाएगा। जहां भी लापरवाही हुई होगी उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

- अशोक कुमार त्रिपाठी, एसएसपी

chat bot
आपका साथी