अब गेहूं भंडारण बनी समस्या, ट्रकों की लगी कतार

अब गेहूं रखने की दिक्कतें खड़ी हो गई हैं। इस वजह से ट्रकों की लाइन लग रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 May 2019 12:07 AM (IST) Updated:Thu, 09 May 2019 12:07 AM (IST)
अब गेहूं भंडारण बनी समस्या, ट्रकों की लगी कतार
अब गेहूं भंडारण बनी समस्या, ट्रकों की लगी कतार

बदायूं : जिले में गेहूं खरीद के साथ अब भंडारण बड़ी समस्या बन गई है। मंडियों में क्रय केंद्रों पर गेहूं खुले में रखा हुआ है, समय से उनका उठान नहीं हो पा रहा है। गोदामों पर भी ट्रकों की लंबी कतार लग रही है। गेहूं उतरवाने के लिए कई दिनों तक लाइन लगानी पड़ रही है। इसकी वजह से सेंटरों पर गेहूं खरीद पर भी असर पड़ रहा है। वजह वहां गेहूं रखने के लिए सुरक्षित जगह नहीं है। खुले में गेहूं पड़ा हुआ है, मौसम का मिजाज बदल गया और बारिश हो गई तो भारी नुकसान हो सकता है। शहर के पड़ौआ गोदाम पर एक साइड गेहूं से लदे ट्रकों ने घेर रखी है। जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। साथ ही वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। किसरूआ, पड़ौआ, उझानी, वजीरगंज, गेहूं गोदामों के बाहर ट्रकों की लंबी लाइनें लगी रहीं। वाहन चालकों ने बताया कि एक ट्रक को गोदाम में अनलोड होने में एक घंटा लग रहा है। सुबह से शाम तक 10 से 15 ट्रक ही अनलोड हो पा रहे है। कई दिनों तक उन्हें लाइन में लगना पड़ रहा है। गर्मी के मौसम में चालक भी परेशान हो रहे है। वहीं हाइवे किनारे लगी वाहनों की लंबी लाइन से आधा मार्ग घिर जा रहा है, जिसकी वजह से अक्सर जाम लग जाता है। गेहूं उतार सुस्त होने से गेहूं को सेंटरों पर ही रोका जा रहा है। मौसम का रूख बदल गया तो सुरक्षित नहीं है। अधिकांश क्रय केंद्रों पर गेहूं खुले में रखा हुआ है। अचानक मौसम के करवट लेने से भारी नुकसान होने की आशंका बनी हुई है। किसानों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने का प्रशासन का दावा सेंटरों पर खोखला दिखाई पड़ रहा है। इंसेट--- तीन दिन से नही उठा गेहूं

मंडी समिति पर एफसीआई और आरएफसी के दो गेहूं क्रय केंद्र खोले गए है। बुधवार को दोनों सेंटरों पर सैकड़ों बोरी गेहूं की टीन शैड में लगी हुई है। पता चला है कि तीन दिन से गेहूं का उठान नही हुआ है। ऐसे में गेहूं भंडारण की समस्या सामने आ रही है। इंसेट--- 134 केंद्रों पर हो रही खरीद

शासन की ओर से 134 क्रय केंद्र जिले में खोले गए है। सेंटरों पर 1840 रुपये प्रति क्विटल का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। साथ ही एक लाख 20 हजार मीट्रिक का लक्ष्य मिला है। जिसके सापेक्ष 35 हजार 210 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो सकी है। हालांकि 15 जून तक गेहूं खरीद होनी है, लेकिन लक्ष्य के हिसाब से खरीद में जिला पिछड़ा हुआ है।

वर्जन ::

किसानों का गेहूं खरीदने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। खुद सेंटरों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं और एसडीएम और तहसीलदारों को भी नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। भंडारण में जो दिक्कतें आ रही हैं उनका निदान कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।

- दिनेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी

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