ब्लड बेचने के मामले की जांच शुरू

बदायूं : जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से खून बेचने के मामले की जांच शुरू हो गई हो गई है। डीएम ने जांच क

By Edited By: Publish:Sun, 26 Oct 2014 12:42 AM (IST) Updated:Sun, 26 Oct 2014 12:42 AM (IST)
ब्लड बेचने के मामले की जांच शुरू

बदायूं : जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से खून बेचने के मामले की जांच शुरू हो गई हो गई है। डीएम ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जिला राजस्व अधिकारी को टीम का प्रभारी बनाया गया है।

दरअसल ब्लड बेचा नहीं जा सकता है, केवल दान किया जाता है। लेकिन जिला अस्पताल में लंबे समय से खून बेचा जा रहा था। कई पेशेवर लोगों से ब्लड खरीदा जा रहा था। पिछले दिनों सहसवान की पुष्पा मिश्रा से ब्लड के लिए पांच हजार रुपये मांगे गए। उन्होंने जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में तैनात स्टाफ नर्स मीना सिंह पैसे मांगने का आरोप लगाया था। वह एसीएमओ डा. नरेंद्र कुमार की पत्‍‌नी हैं। यह मामला प्रकाश में आया तो डीएम शंभूनाथ ने जांच के आदेश कर दिए। वहीं पांच दिन पहले ब्लड बैंक में कई पेशेवर लोगों को बुलाकर उनका ब्लड निकाला जा रहा था। इसकी भनक लगने पर डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट विजय बहादुर को मौके पर भेजा। सिटी मजिस्ट्रेट ने छापा मारा तो गड़बड़ी पाई गई। तीन दिन की जांच पड़ताल के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने डीएम को रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट मिलने के बाद शनिवार को डीएम ने दोनों मामलों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। टीम के इंचार्ज जिला राजस्व अधिकारी दिनेश कुमार सिंह बनाए गए हैं। यह कमेटी साल भर में हुए ब्लड के लेनदेन संबंधी सभी बिंदुओं पर जांच करेगी। लोगों का कहना है कि टीम ने सही से जांच की तो मीना सिंह पर कार्रवाई तय है।

आखिर ब्लड बैंक से हटाई गई मीना सिंह

ब्लड बैंक में तैनात एसीएमओ की पत्‍‌नी स्टाफ नर्स मीना सिंह जब आरोपों में घिरीं तो जिला अस्पताल प्रशासन भी सकते में आ गया। प्रभारी सीएमएस डा. अशोक कुमार ने मीना सिंह को तत्काल प्रभाव से ब्लड बैंक से हटा दिया गया। उन्हें आपरेशन थियेटर में तैनात किया गया है।

- मीना सिंह के खिलाफ कई शिकायतें मिल रही थीं और डीएम खुद ब्लड बैंक की जांच करा रहे हैं। इसलिए मीना सिंह को वहां से हटाया गया। उनकी जगह जल्द ही किसी की तैनाती की जाएगी।

- डा. अशोक कुमार, प्रभारी सीएमएस

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