बदायूं में हिंदू किशोरी के जबरन निकाह का प्रयास, चीख सुनकर पड़ोसियों ने बचाया

बदायूं में हिंदू किशोरी के जबरन निकाह का प्रयास चीख सुनकर पड़ोसियों ने बचाया

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Jun 2022 12:04 AM (IST) Updated:Mon, 27 Jun 2022 12:04 AM (IST)
बदायूं में हिंदू किशोरी के जबरन निकाह का प्रयास, चीख सुनकर पड़ोसियों ने बचाया
बदायूं में हिंदू किशोरी के जबरन निकाह का प्रयास, चीख सुनकर पड़ोसियों ने बचाया

बदायूं में हिंदू किशोरी के जबरन निकाह का प्रयास, चीख सुनकर पड़ोसियों ने बचाया

जेएनएन, सिलहरी (बदायूं) : झारखंड में रहने वाली हिंदू किशोरी के साथ मुस्लिम युवक मुनफद व उसके स्वजन ने बड़ा षड्यंत्र किया। उसने खुद को रवि बताकर प्रेम संबंध बनाए, मंदिर में शादी का दिखावा किया ताकि गांव तक ले आए। यहां लाने के बाद बंधक बना लिया। शनिवार को अकेली किशोरी को आधा दर्जन लोग घेरकर जबरन निकाह करा रहे थे मगर, वह चीख पड़ी। शोर सुनकर हिंदू ग्रामीणों ने आरोपित का घर घेर लिया। पुलिस बुलाई तब किशोरी को छुड़ाया जा सका। सराय पिरिया गांव में रहने वाला मुनफद हुसैन चार महीने पहले झारखंड के जिला पलामू के पिपरा क्षेत्र में मजदूरी करने गया था। किशोरी के अनुसार, पहचान छिपाकर मुनफद अपना नाम रवि बताता था। एक ही स्थान पर मजदूरी के दौरान उससे प्रेम संबंध हो गए। एक महीने पहले उसने शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे स्वजन ने स्वीकार लिया। पिछले सप्ताह मंदिर में शादी हुई। इसके बाद वह कहने लगा कि अपने गांव जाकर रहेंगे। 24 जून को यहां आई तो घर में घुसते ही हैरान रह गई। सभी का रहन-सहन मुस्लिम रिवाज के अनुसार देखा तो सवाल किया कि कहां ले आए हो। इस पर मुनफद ने सच्चाई बता दी। कहा कि उसका असली नाम रवि नहीं है। वह मुस्लिम है और उसे भी मतांतरण करना होगा। उसके पिता बबलू हसन, मां सलमा ने भी दबाव बनाया। विरोध करने पर कमरे में बंद कर दिया। दो दिन कमरे में बंद कर किया प्रताड़ित किशोरी ने बताया कि 24 से उसे भीषण गर्मी में कमरे में बंद कर प्रताड़ना दी गई। मुनफद व उसके स्वजन कहते थे कि मतांतरण कर ले, तभी आजादी मिल सकेगी। मोबाइल फोन आदि भी छीन लिया था। शनिवार रात को कहा गया कि जिंदा रहना चाहती है तो निकाह कर ले। कल मौलवी आएगा, चुपचाप रस्म निभानी पड़ेगी। रविवार दोपहर को मौलवी मुन्ने हसन बुलाया गया। कमरे से बाहर निकलते ही चीखने लगी किशोरी ग्रामीणों ने बताया कि दोपहर को मुनफद के घर से किसी लड़की के चीखने की आवाज आ रही थी। इसकी जानकारी ग्राम प्रधान श्याम बहादुर को दी तो उन्होंने दर्जनों लोगों को एकत्र कर लिया। अंदर जाकर देखा तो किशोरी रो रही थी, मौलवी समेत छह लोग उस पर जबरन निकाह करने का दबाव बना रहे थे। इसकी सूचना पड़ोसी गांव तक पहुंची तो वहां भी बड़ी संख्या में हिंदू पहुंच गए। मुनफद का घर घेरकर हंगामा कर दिया, पुलिस बुला ली गई। इस बीच बबलू व उसकी पत्नी सलमा भाग गई। मुनफद, मौलवी और किशोरी को लेकर पुलिस थाने पहुंची। झारखंड में दर्ज है मुकदमा थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि किशोरी ने पूरा घटनाक्रम बताया, जिसके आधार पर झारखंड पुलिस को फोन किया। जिसमें पता चला कि आरोपित के विरुद्ध अपहरण व पाक्सो के अंतर्गत मुकदमा दर्ज है। किशोरी के स्वजन से भी बात हो गई, वे आ रहे हैं। पूर्व में दर्ज मुकदमे में ही जबरन मतांतरण, बंधक बनाने, मारपीट करने की धाराएं बढ़ाई जाएंगी। मौलवी का सिर्फ शांतिभंग में चालान, ग्रामीण आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि मौलवी जबरन निकाह पढ़वाने का प्रयास कर रहा था। किशोरी ने इस संबंध में बयान दिए, इसके बावजूद पुलिस ने उस पर सिर्फ शांतिभंग में कार्रवाई की। वहीं पुलिस का कहना है कि झारखंड पुलिस को जानकारी दी है कि जबरन निकाह के प्रयास में मुनफद, उसके स्वजन व मौलवी का भी हाथ है। इनकी नामजदगी भी झारखंड पुलिस अपने मुकदमे में ही करेगी।

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