थमे रहे पंखे, घूमते रहे लोग

By Edited By: Publish:Sun, 24 Aug 2014 01:09 AM (IST) Updated:Sun, 24 Aug 2014 01:09 AM (IST)
थमे रहे पंखे, घूमते रहे लोग

बदायूं : सूखे का कहर झेल रहे लोगों को बिजली भी खून के आंसू रूला रही है। शेड्यूल तो कागजी बनकर रह गया है। हालत यह हो गई है कि उमस भरी गर्मी में पंखे तो थम गए हैं और लोगों को घूमकर समय व्यतीत करना पड़ रहा है। शहर से लेकर गांव तक आक्रोश पनप रहा है। अधिवक्ताओं ने कटौती के खिलाफ न्यायिक कार्यो से विरत रहने का निर्णय लिया है।

शहर में 15 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 10 घंटे का शेड्यूल तो घोषित किया गया है, लेकिन पांच से आठ घंटे ही बिजली मिल पा रही है। सुबह से लेकर रात तक हो रही कटौती से उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। न तो बिजली आने का समय है और न ही जाने का। बारिश न होने से जहां खेतों में फसलें सूख रही हैं वहीं बिजली कटौती से घरों में लोग उबल रहे हैं। बिजली विभाग वसूली के लिए निरंतर अभियान तो चला रहा है, लेकिन आपूर्ति के घंटे बढ़ाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है।

जिला सिविल बार एसोसिएशन की सभा अरविंद कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में हुई जिसमें कटौती पर आक्रोश व्यक्त किया गया। वक्ताओं ने कहा कि शहर में हो रही अंधाधुंध बिजली कटौती से मुकदमों की तैयारी तक नहीं हो पा रही है। इस स्थिति में कार्य करना असंभव हो गया है। निर्णय लिया गया कि अधिवक्ता न्यायालयों और फोरम में कटौती के खिलाफ न्यायिक कार्यो से विरत रहेंगे। इस मौके पर सचिव अरविंद पाराशरी व अन्य सदस्यगण मौजूद रहे।

भारत स्वाभिमान न्यास एवं पतंजलि योग समिति के सदस्यों ने अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन देकर बिजली कटौती बंद कराने की मांग उठाई। अवगत कराया कि सूखे की स्थिति में बिजली न आने से एक ओर जहां फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है वहीं दूसरी ओर लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। सुधार न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई। इस मौके पर जिला प्रभारी सतेंद्र सिंह, गजेंद्र सिंह, विजय राठौर, गुड्डू सिंह यादव, नरसिंह आर्य, अरविंद यादव, रामरहीस यादव, अशोक यादव, भारत सिंह, धनपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

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