बैंकों में हड़ताल से 50 करोड़ का लेनदेन बाधित

बैंकों के निजीकरण के विरोध में सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल शुरू हुई। जिले के सभी सरकारी बैंकों में हड़ताल से लगभग 50 करोड़ रुपये का लेनदेन ठप रहा। आंदोलित बैंक कर्मचारियों ने पंजाब नेशनल बैंक स्थित लीड बैंक कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Mar 2021 12:13 AM (IST) Updated:Tue, 16 Mar 2021 12:13 AM (IST)
बैंकों में हड़ताल से 50 करोड़ का लेनदेन बाधित
बैंकों में हड़ताल से 50 करोड़ का लेनदेन बाधित

जेएनएन, बदायूं : बैंकों के निजीकरण के विरोध में सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल शुरू हुई। जिले के सभी सरकारी बैंकों में हड़ताल से लगभग 50 करोड़ रुपये का लेनदेन ठप रहा। आंदोलित बैंक कर्मचारियों ने पंजाब नेशनल बैंक स्थित लीड बैंक कार्यालय पर प्रदर्शन किया। कर्मचारी जुलूस के रूप में भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पर पहुंचे। यह धरना देकर सरकार के निजीकरण के फैसले का विरोध किया।

यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन (यूएसबीयू) के आह्वान पर सोमवार को जिले की बैंकों में ताले लटके रहे। सुबह दस बजे से कर्मचारी पंजाब नेशनल बैंक लीड बैंक पर जमा हुए। फिर जुलूस निकालकर भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पर पहुंचे। यहां धरने में वक्ताओं ने कहा कि सरकार बैंकों को निजी हाथों में सौंप रही है, जिससे बैंक कर्मचारियों अधिकारियों का भविष्य अंधकार में है। वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रव्यापी दो दिनी हड़ताल के पहले दिन ही कर्मचारियों ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। यदि सरकार अपने रवैये से पीछे नहीं हटती है तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा। वक्ताओं ने कहा कि बैंकों निजीकरण होने से ग्राहक भी परेशान रहेंगे। सभी बैंक कर्मचारियों से एकजुट होकर अपनी आवाज को बुलंद करने का आह्वान किया। अध्यक्ष राजेश वर्मा और सचिव संजय मलिक मलिक ने कहा की यूनियन बैंकों के निजीकरण के खिलाफ सरकार को लगातार पत्र दे रही है। लेकिन सरकार फैसले पर नहीं पहुंची है। इस दौरान विशेष त्रिवेदी, मुकेश कुमार, हेमंत ठाकरे, हरिओम, अजय कुमार, आशीष कुमार, अंकित वर्मा, सुनील कुमार, पंकज, ऋषि राम गुप्ता, अंकुर सिंह, विजय कोचर, उत्पल सिंह, संजीव शर्मा, मंजर आदि कर्मचारी मौजूद रहे। इनसेट

सजग रहा खुफिया तंत्र

बैंकों में दो दिनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण खुफिया तंत्र भी सजग रहा। खुफिया तंत्र के अफसर पल-पल की खबर आला अफसरों तक पहुंचाते देखे गए। हड़ताली कर्मचारियों ने साफ कहा कि उनका आंदोलन शांति पूर्वक है। समय रहते सरकार उनके हित में कोई फैसला नहीं देती है तो भविष्य में राष्ट्रीय आह्वान पर जो फैसला होगा उसी के तहत आंदोलन होगा।

इनसेट ::

बैंकों से निराश लौटे ग्राहक

बैंकों की हड़ताल के कारण सैकड़ों की संख्या में पर ग्राहक परेशान देखे गए। मुहल्ला अंबिकापुर निवासी आरके श्रीवास्तव ने बताया कि द्वितीय शनिवार और रविवार को बैंकों में छुट्टी रही। सोमवार को हड़ताल के कारण बैंक बंद रहे। इससे वह बैंक से पैसा नहीं निकाल सके, जबकि उन्हें पैसों की बहुत आवश्यकता थी। मीरा सराय के रवि ने बताया कि सोमवार को वह रुपये निकालने जब वह स्टेट बैंक पहुंचे तो देखा कि गेट पर ताला लगा है और कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं तो वह निराश होकर लौट आए। फोटो 15 बीडीएन 8

शनिवार और रविवार को बैंक बंद रहे। सोमवार को हड़ताल हो गई तो दिक्कत बढ़ गई। एटीएम से भी रुपये नहीं निकले। इससे काफी परेशानी हुई।

- जमुना प्रसाद, गुलड़िया फोटो 15 बीडीएन 9

बैंकों की हड़ताल के साथ अधिकांश एटीएम भी बंद हैं। बैंकों की हड़ताल की जानकारी तो थी, लेकिन सोचा था एटीएम से रुपये निकल आएंगे।

- अतुल पटेल, आमगांव फोटो 15 बीडीएन 10

दो दिन से बैंक पहले से बंद चल रहे थे। रुपये की जरूरत थी, लेकिन आज बैंकों में हड़ताल होने की वजह से रुपये नहीं निकाल सके।

- उदय प्रताप, गुलड़िया

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