कोटेदार की ठेकेदार पत्नी भी डबल अंत्योदय कार्डधारक

आजमगढ़ : सार्वजनिक वितरण प्रणाली में करोड़ों के घोटाले उजागर हो जाने के बाद भले ही शासन-प्रशासन सुकून महसूस कर रहा है लेकिन अभी भी तमाम कोटेदार वितरण प्रणाली को पलीता लगा रहे हैं। शासन के लाख चाबुक लगाए जाने के बावजूद जनपद के रानी की सराय विकास खंड के कोटेदार जयप्रकाश ¨सह की पत्नी के नाम अभी भी दो अन्त्योदय कार्ड हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 12:02 AM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 12:02 AM (IST)
कोटेदार की ठेकेदार पत्नी भी डबल अंत्योदय कार्डधारक
कोटेदार की ठेकेदार पत्नी भी डबल अंत्योदय कार्डधारक

आजमगढ़ : सार्वजनिक वितरण प्रणाली में करोड़ों का घोटाला उजागर होने के बाद भले ही शासन-प्रशासन सुकून में हैं, लेकिन अब भी तमाम कोटेदार वितरण प्रणाली को पलीता लगा रहे हैं। शासन के लाख चाबुक लगाए जाने के बावजूद जनपद के रानी की सराय विकास खंड के कोटेदार जयप्रकाश ¨सह की पत्नी के नाम अब भी दो अंत्योदय कार्ड हैं। यही नहीं, उनकी पत्नी बकायदा रजिस्टर्ड ठेकेदार भी हैं, इसके बावजूद अंत्योदय कार्ड पर खाद्यान्न का उठान किया जा रहा है। इसकी शिकायत जब जिलाधिकारी के यहां पहुंची तो उन्होंने जांच का निर्देश दिया है

रानी की सराय ग्राम पंचायत के कोटेदार जयप्रकाश ¨सह हैं। बीते दिनों दर्जनों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी के यहां प्रदर्शन कर शिकायत की थी कि कोटेदार खाद्यान्न वितरण में अनियमितता तथा घटतौली करता है। गांव के छोटेलाल यादव, शिवप्रकाश ¨सह, फूलचंद्र यादव, विजय कुमार ¨सह, शीला, मनकू राम, शलचंद राम, अभिमन्यु ¨सह, रमेश ¨सह, राजीव कुमार ने आरोप लगाया कि कोटेदार द्वारा कटौती कर खाद्यान्न वितरण किया जाता है। कोटेदार द्वारा गरीबों व दलितों को भी राशन मानक से कम और ज्यादा पैसे लेकर दिया जाता है। जयप्रकाश ¨सह पिछले 20 साल से कोटे की दुकान चला रहे हैं। इसके अलावा जयप्रकाश ¨सह के दो बेटे हैं। इसमें से ओमप्रकाश की पत्नी ज्ञानती ¨सह मझगांवा प्राथमिक विद्यालय प्रथम में प्रधानाध्यापक हैं और इनके नाम से पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड बना है। मजेदार बात यह कि ग्राम पंचायत की क्रमांक संख्या 56 पर राशन कार्ड संख्या 219120399843 पर मीना ¨सह पत्नी जयप्रकाश का नाम 21 अगस्त 2017 को दर्ज है। इसी प्रकार क्रमांक संख्या 58 पर राशन कार्ड संख्या 219120408798 पर मीना ¨सह पत्नी जयप्रकाश का नाम 30 जून 2016 से फीड है। इसके अलावा अन्य अनियमितताएं भी की गई है। ''कोटेदार की तमाम शिकायतें मिली हैं। अभी तमाम मुस्लिम लोगों का नाम अपने गांव में चढ़वा लिया था, जबकि गांव में एक भी मुस्लिम नहीं है। इस कोटेदार की पूरी जांचकर रिपोर्ट डीएम को प्रेषित कर दी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।''

-देवमणि मिश्र, जिला पूर्ति अधिकारी आजमगढ़। ''मिस ¨प्र¨टग की वजह से पत्नी के नाम दो अंत्योदय कार्ड बन गया है। इसे सही कराया जा रहा है। इससे खाद्यान्न की उठान नहीं की जाती है।''

-जयप्रकाश ¨सह, कोटेदार मझगांवा।

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