हाईस्कूल व इंटर को पढ़ाएंगे जूनियर के शिक्षक

आजमगढ़ जनपद में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रशासन ने अच्छी पहल की है। अब बेसिक शिक्षा विभाग में जूनियर विद्यालयों में पढ़ाने वाले विज्ञान व गणित के शिक्षक राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को दो घंटे शिक्षित करेंगे। इसके बाद अपने विद्यालय में जाकर शिक्षण कार्य करेंगे। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने जिला विद्यालय निरीक्षक से ऐसे 50 शिक्षकों की सूची मांगी है। सूची मिलते ही इन शिक्षकों को संबंधित क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों पर तैनात किया जाएगा। यह दो घंटे तक यहां क्लास लेने के बाद अपने संबंधित विद्यालय पर शिक्षण व्यवस्था का कार्य करेंगे। इन्हें इसके लिए कहीं से अलग मानदेय या वेतन नहीं मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Sep 2019 05:27 PM (IST) Updated:Fri, 06 Sep 2019 05:27 PM (IST)
हाईस्कूल व इंटर को पढ़ाएंगे जूनियर के शिक्षक
हाईस्कूल व इंटर को पढ़ाएंगे जूनियर के शिक्षक

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जनपद में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रशासन ने अच्छी पहल की है। अब बेसिक शिक्षा विभाग में जूनियर विद्यालयों में पढ़ाने वाले विज्ञान व गणित के शिक्षक राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को दो घंटे शिक्षित करेंगे। इसके बाद अपने विद्यालय में जाकर शिक्षण कार्य करेंगे। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने जिला विद्यालय निरीक्षक से ऐसे 50 शिक्षकों की सूची मांगी है। सूची मिलते ही इन शिक्षकों को संबंधित क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों पर तैनात किया जाएगा। यह दो घंटे तक यहां क्लास लेने के बाद अपने संबंधित विद्यालय पर शिक्षण व्यवस्था का कार्य करेंगे। इन्हें इसके लिए कहीं से अलग मानदेय या वेतन नहीं मिलेगा।

जनपद में परिषदीय विद्यालयों की संख्या 3250 है। इसमें 2267 प्राथमिक विद्यालय व 983 जूनियर हाईस्कूलों की संख्या है। तमाम जूनियर व प्राथमिक विद्यालय पर विज्ञान व गणित के एमएससी, पीएचडी करने वाले अध्यापक तैनात हैं। ऐसे में इन अध्यापकों की प्रतिभाएं छिपी हुई हैं। इन अध्यापकों की प्रतिभाओं को निखारने व उसका सदुपयोग करने के लिए जिलाधिकारी ने पहल कर इनको राजकीय विद्यालयों को पढ़ाने का निर्देश जारी किया है। राजकीय विद्यालयों में गणित व विज्ञान के शिक्षकों की भारी कमी है। यही वजह है कि यहां के छात्र गणित व विज्ञान में बेहतर अंक नहीं प्राप्त कर रहे हैं। शासन की तरफ से गणित व विज्ञान के शिक्षकों की नियुक्ति भी नहीं की जा रही है। जनपद में कुल 23 राजकीय विद्यालय हैं। ऐसे में संबंधित क्षेत्र के जूनियर विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षक को मात्र दो घंटे राजकीय विद्यालय के छात्रों को शिक्षा देनी है। इसके बाद वह अपने विद्यालय में जाएंगे और शिक्षण कार्य करेंगे। इस व्यवस्था से दोनों विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करनी हैं। किसी भी विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था पर प्रभाव नहीं पड़ना है। जल्द ही शिक्षक यहां तैनात कर दिए जाएंगे।

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जिलाधिकारी के सहयोग से यह प्रयास किया जा रहा है। अगर सफल होता है तो अन्य विद्यालयों में भी जूनियर के शिक्षकों का सहयोग लिया जाएगा और शिक्षा व्यवस्था को सु²ढ़ बनाया जाएगा। जल्द ही विज्ञान व गणित अध्यापकों की सूची बनाकर जिलाधिकारी को भेज दी जाएगी।

डा. वीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक

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