बजट के अभाव में 24 घंटे बिजली का सपना अधूरा

आजमगढ़ मंडलीय जिला चिकित्सालय में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए अस्पताल परिसर में अलग से फीडर स्थापित किया जा रहा है। फीडर पर ट्रांसफार्मर एवं ग्रिल आदि का काम पूरा होने के बाद भी सिर्फ 24 लाख के बजट के अभाव में फीडर शुरू नहीं हो सका। इसकी वजह से अस्पताल में 24 घंटे बिजली मिलने का सपना अधूरा रह गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 05:12 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 05:12 PM (IST)
बजट के अभाव में 24 घंटे बिजली का सपना अधूरा
बजट के अभाव में 24 घंटे बिजली का सपना अधूरा

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मंडलीय जिला चिकित्सालय में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए अस्पताल परिसर में अलग से फीडर स्थापित किया जा रहा है। फीडर पर ट्रांसफार्मर एवं ग्रिल आदि का काम पूरा होने के बाद भी सिर्फ 24 लाख के बजट के अभाव में फीडर शुरू नहीं हो सका। इसकी वजह से अस्पताल में 24 घंटे बिजली मिलने का सपना अधूरा रह गया।

मंडलीय जिला चिकित्सालय में 24 घंटे बिजली न मिलने से मरीजों के साथ ही स्टाफ को भी समस्या होती है। आइसीयू, डायलिसिस यूनिट, ब्लड बैंक एवं निर्माणाधीन एमआरआई कक्ष को भी 24 घंटे बिजली चाहिए होती है। हालांकि अभी एमआरआई कक्ष संचालित नहीं है लेकिन आइसीयू, डायलिसिस यूनिट व ब्लड बैंक को बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ती है। इन समस्याओं को दूर करने एवं स्वास्थ्य विभाग की मांग पर बिजली विभाग द्वारा मंडलीय जिला चिकित्सालय के लिए अलग फीडर स्थापित करने का काम शुरू हुआ। फीडर को जून 2019 को चालू करना था लेकिन बाउंड्रीवाल एवं गेट न बन पाने के चलते चालू नहीं हो सका। बिजली विभाग द्वारा 24 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को सितंबर माह में भेजा गया लेकिन अभी तक धनराशि जारी न होने से फीडर का काम अधूरा पड़ा है। विद्युत वितरण खंड प्रथम अधिशासी अभियंता अरविद कुमार सिंह ने बताया कि धन के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। धन न मिलने के कारण निर्माण अधूरा पड़ा है।

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