'लक्ष्मी' की कृपा और 'शनि' का कोप

सर्वेश कुमार मिश्र ------------ आजमगढ़ : एक तरफ 'लक्ष्मी' की कृपा दूसरी ओर शनि का कोप। कुछ य

By Edited By: Publish:Thu, 04 Feb 2016 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 04 Feb 2016 01:00 AM (IST)
'लक्ष्मी' की कृपा और 'शनि' का कोप

सर्वेश कुमार मिश्र

------------

आजमगढ़ : एक तरफ 'लक्ष्मी' की कृपा दूसरी ओर शनि का कोप। कुछ यह हाल है नवनिर्वाचित बीडीसी सदस्यों का। वह खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर करें क्या तो उनके परिजन भी बेहद दबाव में हैं। इतना ही नहीं धनबल, बाहुबल के बीच पिस रहे अधिकतर बीडीसी के अंतर आत्मा की पुकार मर सी गई है। कई तो कहने लगे हैं कि इस तरह की स्थिति का अहसास पहले से रहा होता तो चुनाव से ही तौबा कर लिया गया होता।

ब्लाक प्रमुख के चुनाव को जहां सपा ने साख से जोड़ लिया है वहीं तमाम लोग इसे नाक का प्रश्न बना लिए हैं। इसके लिए वह हर कीमत अदा करने को तैयार हैं। आलम यह है कि आसपास के कुछ बाहुबलियों व धनपशुओं की नजर भी जनपद के चुनाव में लग चुकी है। लक्ष्मी जी की कृपा से बीडीसी की बल्ले-बल्ले है। कई ब्लाकों का यह हाल है कि जीतने भर को बीडीसी सदस्यों को चुनाव लड़ने वाले संभावित प्रत्याशी पहले से ही सुदूर भेज चुके हैं।

वहां वह शानदार जीवन जी रहे हैं। स्याह पहलू यह कि शनि का कोप लक्ष्मी जी का मजा लेने में बाधक बन रहा है। शायद ही कोई ऐसा ब्लाक है जहां से आएदिन बीडीसी को उठाए जाने की शिकायत नहीं मिल रही हो। आरोप-प्रत्यारोप का दौर खूनी रूप की आशंका को बल देता नजर आ रहा है। अब तक इस चुनावी मामले में दो हत्याएं हो चुकी हैं तो कई जगहों पर गोली भी चल चुकी है।

लालगंज डाक बंगले में 22 जनवरी को ¨पटू यादव की गोली लगाने से मौत हो गई तो एक घायल हो गया। इसी तरह हरैया ब्लाक के देवारा करखिया में 25 जनवरी को चालक मिजान को दावत के दौरान गोलीखाकर खुद की जान गंवानी पड़ी। पवई के भुखली में बवाल ने सियासत को पूरी तरह से गरम कर रखा है। यहां गोली चलने के मामले में पूर्व सांसद रमाकांत यादव का नाम भी प्रकाश में आया था। यह देखने वाली बात होगी कि इस चुनावी जंग में अभी और क्या हाल हवाल होता है।

इस चुनावी समर में तमाम बीडीसी के परिजन किसी अनहोनी की आशंका से नींद गवां चुके हैं।

दो बीडीसी सदस्य बरामद

मोहम्मदपुर में सत्ताधारी दल के विधायक के भाई ने बसपा के प्रत्याशी पर बीडीसी के अपहरण का आरोप लगाया। हालांकि आधी रात के बाद बीडीसी ने खुद थाने पर अपनी आमद कराई। इसी तरह रौनापार थाने में बुधवार की सुबह सत्ता पक्ष के लोगों ने शिकायत की कि चांद पट्टी के बीडीसी पुत्र को निर्दल प्रत्याशी ने अगवा करा लिया है। दोनों बीडीसी का कहना था कि उन्हें किसी ने अगवा नहीं किया है।

chat bot
आपका साथी