550 किसानों की 104 हेक्टेयर भूमि घाघरा में विलीन

जासं सगड़ी (आजमगढ़) सगड़ी तहसील के देवरांचल से होकर गुजरने वाली घाघरा के जलस्तर में पिछले तीन दिनों से बढ़ोत्तरी का क्रम जारी है। शुक्रवार की शाम घाघरा के जलस्तर में दो सेमी की कमी दर्ज की गई। पानी गांवों में प्रवेश कर गया है। गांव में जाने वाले मार्ग जलमग्न हो गए हैं। लोग पानी में घुसकर आवागमन कर रहे हैं। वहीं देवारा खास राजा के मुरली का पूरा सहित दर्जनों गांव के समीप कटान तेज हो गई है। किसानों की लगभग 104 हेक्टेयर भूमि घाघरा में विलीन हो गई है। घाघरा के जलस्तर विनाशकारी रूप को देखकर तटवर्ती इलाकों के लोग दहशत में हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Oct 2019 08:34 PM (IST) Updated:Sun, 06 Oct 2019 06:21 AM (IST)
550 किसानों की 104 हेक्टेयर भूमि घाघरा में विलीन
550 किसानों की 104 हेक्टेयर भूमि घाघरा में विलीन

जासं, सगड़ी (आजमगढ़) : सगड़ी तहसील के देवारांचल से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी के जलस्तर में पिछले तीन दिनों से बढ़ोतरी का क्रम जारी रहा वहीं शनिवार की शाम घाघरा के जलस्तर में दो सेमी की कमी दर्ज की गई। पानी गांवों में प्रवेश कर गया है। गांव में जाने वाले मार्ग जलमग्न हो गए हैं। लोग पानी में घुसकर आवागमन कर रहे हैं। वहीं देवारा खास राजा के मुरली का पूरा सहित दर्जनों गांव के समीप कटान तेज हो गई है। 550 किसानों की लगभग 104 हेक्टेयर भूमि घाघरा में विलीन हो गई है। घाघरा के विनाशकारी रूप को देखकर तटवर्ती इलाकों के लोग दहशत में हैं।

बदरहुआ नाला गेज पर घाघरा नदी लाल निशान से मात्र 10 सेमी नीचे बह रही है। पिछले आठ घंटे में नदी के जलस्तर में दो सेमी की कमी दर्ज की गई। वहीं देवारा खास राजा के मुरली का पूरा, लालधर का पूरा, बगहवा, महाराजी का पूरा, जयराम का पूरा व जगधर का पूरा आदि समीपवर्ती गांव के पास घाघरा नदी कटान कर रही है। अब तक 550 किसानों की करीब 104 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि को घाघरा ने अपने आगोश में ले लिया। इसमें ऐसे बहुत से किसान हैं जिनकी पूरी गृहस्थी कृषि पर निर्भर करती है। हालांकि तहसीलदार व उपजिलाधिकारी रावेंद्र सिंह द्वारा जिलाधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित की जा चुकी है। अक्टूबर माह के अंत में इन किसानों के बैंक खातों में प्रति हेक्टेयर 37 हजार रुपये के हिसाब से धनराशि भेज दी जाएगी। उप जिलाधिकारी रावेंद्र सिंह ने कहा कि कटान पीड़ित किसान अपने आधार कार्ड व बैंक की छाया प्रति लेखपाल को उपलब्ध करा दें या फिर कार्यालय में जमा कर दें जिससे उनके खाते में धनराशि भेजी जा सके।

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