धूप से राहत तो रात में ठिठुरन ने सताया

जागरण संवाददाता, औरैया: एक दो दिन छोड़ दें तो पूस माह में इस बार कोहरा नहीं पड़ रहा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jan 2019 05:54 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jan 2019 05:54 PM (IST)
धूप से राहत तो रात में ठिठुरन ने सताया
धूप से राहत तो रात में ठिठुरन ने सताया

जागरण संवाददाता, औरैया: एक दो दिन छोड़ दें तो पूस माह में इस बार कोहरा नहीं पड़ रहा। नियमित रूप से धूप निकल रही है। बीच में कोहरा छाने के कुछ आसार बने थे, लेकिन मौसम साफ हो गया। ठंडी हवाओं और सूरज के बीच रोज ही संघर्ष होता है। कभी-कभार सूरज के बेअसर होने पर लोग घरों से बाहर नहीं निकलते। लगभग एक सप्ताह होने को है, सूर्य देवता प्रसन्न हैं। बुजुर्ग धूप का मजा ले रहे हैं। आवास विकास निवासी शशांक ने बताया कि जब कोहरा पड़ता था, तब मनोवैज्ञानिक रूप से ब्लोवर चलाना पड़ जाता था। बाहर हवा चलती है, तब भी निकलने वाली धूप का असर रहता है, खाली रजाई से काम चल जाता है। सत्तेश्वर नगर निवासी शिवानी दीक्षित ने बताया कि रात में ठंड होती है, कोहरा या पाल पड़े न पड़े। रजाई कंबल से काम नहीं चलता। रात में खाना खाने के बाद ठिठुरन का अहसास जरूर होता है। उससे निजात पाने के लिए ब्लोवर चलाना पड़ता है। कमरा गर्म होने के बाद ही नींद आती है। इस बार पड़ रहा सूखा जाड़ा

सूखा जाड़ा भले ही इस वक्त बुजुर्गों, बच्चों और युवाओं को सुहा रहा हो लेकिन किसानों की ¨चता लगातार बढ़ रही है। कृषक दया सागर ने बताया कि अगर कोहरा नहीं पड़ेगा तो गेहूं की बालियों का विकास जल्दी हो जाएगा और बिना दानों के विकास के गेहूं की विकसित बालियों का हम क्या करेंगे। धीरे-धीरे अलाव जलाने की जरूरत ही नहीं रहेगी

तिलक नगर निवासी राम रतन ने बताया कि लगभग आधा पूस निकल गया है, थोड़ा बचा है। अगर यूं ही धूप निकलती रही तो नगर पालिका और जिला प्रशासन को अलाव जलवाने की जरूरत ही नहीं रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन को दिन में अलाव न जलवा कर केवल रात में ही अलाव जलवाने की जरूरत है। रात में धूप का सहारा नहीं होता है। कोहरा न पड़ने से दिन में ज्यादा सर्दी का अहसास नहीं हो रहा है।

chat bot
आपका साथी