फर्जी तरह से मकान का बैनामा कराना बना मौत का कारण
-पुलिस की जांच में अभी तक कारण स्पष्ट नहीं संवादसूत्ररुरुगंज मां बेटे की जहर खाने से ह
-पुलिस की जांच में अभी तक कारण स्पष्ट नहीं
संवादसूत्र,रुरुगंज: मां बेटे की जहर खाने से हुई मौत के मामले में पुलिस की जांच में कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। गांव वाले मकान के बैनामे को ही मौत का कारण मान रहे है। मकान बिक जाने से रहने व गांव वालों के कर्ज की चिता सता रही थी। इस कारण ही बेटे ने आत्मघाती कदम उठाया और मां बुआ को जहर खिलाने के बाद खुद जहर खाकर जान दे दी। बुआ की जिदगी तो बच गई लेकिन वह कुछ बोल नहीं पा रही है।
शुक्रवार की शाम रुरुकला निवासी अवध किशोर पांडेय ने अपना 80 वर्षीय मां किशोरी देवी व 90 वर्षीय बुआ राजवती को जहर खिलाकर खुद भी खा लिया था। बुआ को उल्टी हो जाने से जहरीला पदार्थ निकल गया लेकिन मां बेटे की जहर से मौत हो गई। मौत के बाद कारणों का पता लगाने में प्रशासन को पसीना छूट रहा है। बुआ की हालत ऐसी है कि वह कुछ बता नहीं पा रही है। अंधेरे में ही तीर चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले उसने अपने परचितो को बताया था कि 75 हजार रुपये दो प्रतिशत ब्याज की दर से कर्ज पर लिया और और गेहूं की फसल में वापस करने की बात कही थी। बलकट पर की गई फसल घाटे में चली गई। इस पर कर्जा चुकाने को मकान का शर्तिया बैनामा कराया मगर चुपके से वह शर्तिया न रहकर पूरा बैनामा हो गया। चार जून को बिधूना तहसील के रजिस्ट्रार आफिस से कुछ लोग मकान की जांच करने गए तब ग्रामीणों के पूछे जाने पर मकान का बैनामा होने की बात कही गई। यह सुनकर अवध किशोर दंग रह गया। उसने अपनी फसल व वाइक बेंचकर तुरंत ही 75 हजार रुपये वापस देने की बात कही लेकिन मकान के खरीददार वह राशि बढाकर दो लाख 75 हजार बताई जाने लगी जिससे। लला पांडेय व उसकी मां के बीच झगड़ा होने लगा। इसी से आहत होकर उसने अपने पूरे परिवार को जहरीला पदार्थ खा लिया।
बुआ से पूछताछ में खुल सकता है राज
म्रतक लला पांडेय द्वारा अपनी बुआ को बहु जहरीला पदार्थ दिया गया था लेकिन उल्टियां होने के कारण वह बच गयी। हालांकि मौत के बाद मौके पर पहुची पुलिस के सामने गाव के कुछ लोगों ने गूंगे होने की बात कही लेकिन वह बोल सकती है। पूछताछ में राज खुल जाएगा।
मृतक का मोबाइल आखिर कहां गया
मृतक की मौत के बाद घटनास्थल से मोबाइल भी गायब कर दिया गया। जो म्रतक की मौत का रहस्य जानने में सहायता कर सकता था। पुलिस भी मोबाइल फोन के मिलने से इनकार कर रही है। कॉल डिटेल व मोबाइल राज खोल सकता है।