क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्यों की मतगणना एक टेबिल पर
औरैया, जागरण संवाददाता : शुक्रवार को ककोर स्थित कलेक्ट्रेट में गणना कर्मियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण
औरैया, जागरण संवाददाता : शुक्रवार को ककोर स्थित कलेक्ट्रेट में गणना कर्मियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। जिसमें जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने प्रेक्षक विनोद यदुवंशी की उपस्थिति में निर्देश दिए कि क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत सदस्यों की मतगणना एक साथ कराई जाएगी। गणना कक्ष में रिटर्निंग अधिकारियों की कुर्सी होगी और एक सहायक निर्वाचन अधिकारी की टेबिल सेट भी लगाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि पंचायत सामान्य निर्वाचन की मतगणना एक नवम्बर को शुरू होगी। इसके लिए विकास खंडों के निर्धारित मतगणना स्थलों पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टेबिल पर पांच मतगणना कार्मिकों का दल तैनात रहेगा। जिसमें एक गणना पर्यवेक्षक, तीन गणना सहायक तथा एक अतिरिक्त गणना सहायक होगा। सहायक निर्वाचन अधिकारी मतगणना कक्ष में दो पर्यवेक्षक, छह मतगणना सहायक तथा दो अतिरिक्त मतगणना सहायक होंगे। प्रत्येक कक्ष में एक सहायक निर्वाचन अधिकारी की तैनाती रहेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि मतगणना कार्मिकों के लिए भोजन व पानी की व्यवस्था मतगणना कक्ष में ही की जाएगी। इसके लिए किसी को बाहर नहीं जाना है। प्रत्येक विकास खंड के मतगणना स्थल पर एक वरिष्ठ और अनुभवी जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। जोनल मजिस्ट्रेट सहायक निर्वाचन अधिकारी के कार्य में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन वह दूसरी व्यवस्थाएं करेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि मतगणना स्थल पर मतगणना शुरू होने से लेकर समाप्त तक वीडियोग्राफी की व्यवस्था होगी। मतगणना के लिए कर्मचारियों की 12 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है। यदि चौबीस घंटे से अधिक का समय लगता है तो पुन: दूसरे पहले दल की ड्यूटी शुरू हो जाएगी। विकास खंड के मतगणना कार्य की निगरानी व सतत पर्यवेक्षण निर्वाचन अधिकारी द्वारा किया गया जाएगा और दो सौ मीटर की दूरी पर केवल तैनात अधिकारी व कर्मचारी ही रह सकेंगे। मतगणना केंद्र में प्रवेश सीमित रखा गया है। केवल उन्हीं लोगों को मतगणना कक्ष तक प्रवेश मिल सकेगा जो वास्तविक रूप से मतगणना कार्य से संबद्ध है। मतगणना हेतु मैनुअल रेडमाइजेशन के आधार पर एआरओ की नियुक्त होगी। नामांकन से लेकर मतदान तक का कार्य करने के लिए नियुक्त एआरओ को उसी वार्ड में ड्यूटी न लगाई जाए। निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों से कहा गया है कि विशिष्ट व्यक्तियों सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों को जिन्हें सुरक्षा पाने का अधिकार है अभिकर्ता न नियुक्त किया जाए। गणना अभिकर्ताओं की नियुक्ति मतगणना तिथि से एक पूर्व सौंप दी जाएगी। जिससे मतगणना के लिए अभिकर्ताओं हेतु संबंधित अभिलेख लगाए जाए। मत पेटिकाएं बूथवार निकाली जाएगी। रिटर्निग अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वह देख लें कि मतगणना में कोई पेटिका छूटने न पाए। बैठक में जिलाधिकारी ने मतगणना के अन्य प्रावधानों की भी जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने कहा कि मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मतगणना शांति व निष्पक्ष सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन की मदद करें। बैठक में अपर जिलाधिकारी ए के ¨सह, अपर पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार श्रीवास्तव व सभी रिर्ट¨नग अधिकारी मौजूद रहे।