इन वारदातों को है पर्दाफाश का इंतजार, पीडि़तों को मिल रहा सिर्फ आश्वासन Amroha News
गजरौला में राज बनकर रह गई पांच लोगों की मौत। पुलिस नहीं सुलझा पा रही मौत व हत्याओं की गुत्थी।
अमरोहा, जेएनएन। औद्योगिक नगरी में गजरौला में पिछले तीन माह के अंदर पांच लोगों की हत्याएं व दो की संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी है। पुलिस अभी तक उनके हत्यारों व हत्या के कारणों व मौतों का राज पता नहीं लगा सकी है, पीडि़तों को सिर्फ आश्वासन देकर टरकाया जा रहा है।
सितंबरसे नवंबर के बीच हुईं घटनाएं
यह घटनाएं सितंबर से लेकर नवंबर माह तक के बीच हुई। कहीं मासूम की गर्दन रेती गईं तो कहीं मारने के बाद झाडिय़ों में फेंक दिया गया। दो लोगों की मौत उनके शरीर में दागी गई गोलियों से हुई। यह घटनाएं ठंडे बस्ते में डाल दी। यही कारण है कि अभी उन घटनाओं का पर्दाफाश नहीं हुआ है। सभी घटनाएं राज बनकर ही रह गई हैं। प्रभारी निरीक्षक जयवीर ङ्क्षसह ने बताया कि इन घटनाओं पर काम चल रहा है। संभावित कारणों व वजह को ध्यान में रख पुलिस छानबीन कर रही है।
पेट में गोली लगने से मौत
15 सितंबर को हाईवे किनारे स्थित मुहल्ला नाईपुरा में रिटायर्ड फौजी की शिक्षिका पुत्री करूणा के पेट में गोली लगने से मौत हुई थी। उसका पोस्टमार्टम भी हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से उसकी मौत हुई थी। लेकिन, पुलिस इस मामले में दिलचस्पी नहीं ली। जिसकी वजह से यह मामला आज तक रहस्य बना है।
बालक की हत्या
10 अक्टूबर को गांव ओसिता जगदेपुर में 12 वर्षीय बालक शौच के लिए गया था। उसकी हत्या कर शव को वहीं रेलवे ट्रैक किनारे झाडिय़ों में फेंक दिया गया था। इस मामले में भी मुकदमा दर्ज है। लेकिन, पुलिस उसके हत्यारों को आज तक नहीं खोज पाई है। उसकी मौत का राज भी गुम है।
ई-रिक्शा चालक का शव मिला
27 सितंबर को गांव सिहाली गोसाई निवासी ई-रिक्शा चालक करन ङ्क्षसह का शव गांव बसैली के जंगल में पड़ा था। उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा गया था। उसके हत्यारे भी पुलिस पकड़े से दूर हैं। परिजन थाने के चक्कर काटकर थक गए। लेकिन, इंसाफ नहीं मिला।
ई-रिक्शा चालक की हत्या
15 अक्टूबर को मुहल्ला अल्लीपुर भूड़ निवासी ई-रिक्शा चालक राजू को दो बदमाश गांव बसैली के लिए बुक करके ले गए थे। इस ई-रिक्शा चालक को भी लूटकर मौत के घाट उतार दिया और लाश को वहीं डाल गए थे। उसकी हत्या के बारे में पुलिस को हाथ खाली हैं।
प्रधान के पति की गोली मारकर हत्या
14 नवंबर को दिनदहाड़े गांव चाकीखेड़ा में खेेत पर काम कर रहे गांव फौंदापुर की प्रधान के पति धर्मवीर ङ्क्षसह गोली मारकर हत्या कर दी र्गइ थी। जांच के लिए प्रधान प्रति के कपड़े भी जांच के लिए भेजे गए थे। लेकिन, इतने दिन गुजरने के बाद भी पर्दाफाश नहीं हुआ है। इन सभी की मौत सवाल बनकर खड़ी है।