केंद्रीय टीम ने जल संचयन के प्रयासों को जमीनी स्तर पर परखा

जल शक्ति मंत्रालय से आई केंद्रीय टीम ने रविवार को जिला प्रशासन की ओर से जल संचयन को लेकर किए जा रहे प्रयासों को जमीनी स्तर पर परखा और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Jul 2019 01:02 AM (IST) Updated:Mon, 15 Jul 2019 01:02 AM (IST)
केंद्रीय टीम ने जल संचयन के प्रयासों को जमीनी स्तर पर परखा
केंद्रीय टीम ने जल संचयन के प्रयासों को जमीनी स्तर पर परखा

अमरोहा: जल शक्ति मंत्रालय से आई केंद्रीय टीम ने रविवार को जिला प्रशासन की ओर से जल संचयन को लेकर किए जा रहे प्रयासों को जमीनी स्तर पर परखा और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए। इसके साथ ही केंद्रीय टीम ने जहां लोदीपुर बंजारा में बान नदी का निरीक्षण किया और खोदाई का जायजा लिया, वहीं बान नदी पर पौधरोपण करके पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश भी दिया।

चूंकि गंगेश्वरी विकास खंड को छोड़कर बाकी पांच विकास खंड डार्क जोन की श्रेणी में हैं। ऐसे में प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक सभी चितित हैं। नदियों को बचाने और भूगर्भ जल के संरक्षण को केंद्र सरकार ने अलग से ही जल शक्ति मंत्रालय बना दिया है। लिहाजा जिले के भूगर्भ जल को लेकर भी केंद्र सरकार चितित है। बारिश का पानी बेकार न हो और उसका संचयन किया जाए, साथ ही भूगर्भ जल दोहन पर अंकुश लग सके, इसलिए भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार एवं संयुक्त सचिव डॉ.मुहम्मद नजमुद्दीन के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल जनपद के दौरे पर है। अपने तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन डॉ. नजमुद्दीन के साथ ही वैज्ञानिक सुरेश शर्मा व अनमोल शर्मा ने जोया विकास खंड में दैनिक जागरण के सहयोग से चल रही बान नदी की खोदाई का जायजा लिया। बान नदी का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने जल संचयन को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इस दौरान केंद्रीय दल ने बान नदी के तटबंध पर पौधरोपण करके पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। इसके बाद केंद्रीय टीम ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कटाई एवं केसोपुर में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम को देखा। उन्होंने पूरे परिसर का भ्रमण करके देखा कि इस प्रणाली के माध्यम से भूगर्भ में क्या साफ एवं स्वच्छ पानी ही जा रहा है। हालांकि केंद्रीय टीम के सदस्य दोनों आइटीआइ में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम को देखकर काफी प्रभावित हुए और बाद में अधिकारियों के साथ बैठक करके इस तरह की प्रणाली के माध्यम से बारिश के पानी को भूगर्भ में भेजने के प्रयास तेज करने के निर्देश दिए। टीम के सदस्यों ने सभी सरकारी और अ‌र्द्धसरकारी भवनों के साथ ही निजी भवनों में भी वर्षा जल संचयन के लिए इस प्रणाली को व्यवस्थित कराए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी उमेश मिश्र, नोडल अधिकारी जल शक्ति अभियान शक्ति सरन श्रीवास्तव, सीडीओ प्रहलाद सिंह, डीडीओ विक्रम सिंह, बीडीओ जोया रागिनी सक्सेना समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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