विदेश में भी होगी अमरोहा की ढोलक की धूम
अमरोहा : विदेशों तक में अब अमरोहा की ढोलक की धूम होगी। यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एक जनपद-एक
अमरोहा : विदेशों तक में अब अमरोहा की ढोलक की धूम होगी। यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एक जनपद-एक उत्पाद में अमरोहा की ढोलक को शामिल किया गया है। इससे ढोलक कारोबारी खासे उत्साहित हैं। सभी का कहना है कि अब ढोलक कारोबार में तेजी आएगी और अमरोहा की अपनी अलग पहचान होगी।
वैसे भी अमरोहा की ढोलक की अपनी अलग पहचान है। देश के सभी सूबों में तो ढोलक व लकड़ी के अन्य वाद्य यंत्रों की आपूर्ति होती ही है। विदेशों में भी अमरोहा की ढोलक की डिमांड है। कनाडा, जर्मनी व इंडोनेशिया आदि देशों में आपूर्ति के साथ ही अरब देशों में मुगलियां ड्रम व मारवाज का बड़े पैमाने पर निर्यात होता है। वहीं अब योगी सरकार बनने के बाद एक जनपद एक उत्पाद' योजना के तहत अमरोहा को ढोलक से जोड़ा गया है यानि की अब अमरोहा की पहचान कॉटनवेस्ट से नहीं बल्कि ढोलक से होगी। देश के साथ ही विदेशों तक अमरोहा की ढोलक की धूम होगी। लकड़ी हस्तकला एसोसिएशन के अध्यक्ष शक्ति कुमार अग्रवाल का कहना है कि अमरोहा का ढोलक कारोबार करीब डेढ़ हजार साल पुराना है। जब से अमरोहा बना है तभी से ढोलक का कारोबार हो रहा है। पहले हाथ से काम होता था, जिससे एक गांठ में एक ही ढोलक तैयार होती थी। लेकिन अब आधुनिक मशीनों के जरिए लकड़ी की उसी गांठ में पांच से छह ढोलक तैयार हो रही हैं यानि कि अब एक इंच लकड़ी भी बर्बाद नहीं होती। अब चूंकि एक जनपद एक उत्पाद में ढोलक को शामिल किया गया है तो ढोलक कारोबार को सरकार की ओर से और प्रोत्साहन मिलेगा, इससे कारखानों की संख्या में इजाफा होना तय है। मौजूदा समय में करीब 360 ढोलक कारखाने है। वहीं बजट से पूर्व ही सरकार ढोलक के खोल पर जीएसटी को खत्म कर चुकी है। हालांकि अभी और घोषणाएं होना बाकी है और कारोबारी से लेकर इससे जुड़े लोग खासे उत्साहित हैं। जनपद के लोग भी गर्व महसूस कर रहे हैं।
- सरकार ने बजट से पूर्व ही ढोलक के खोल पर जीएसटी खत्म करके कारोबारियों को बड़ा तोहफा दिया है। वहीं सरकार ने भी ढोलक को एक जनपद-एक उत्पाद में शामिल किया, इससे उम्मीद जगी है कि ढोलक कारोबार तेजी से बढ़ेगा। जनपद को भी अलग पहचान मिलेगी, सरकार की ओर से भी ढोलक के उत्थान को बड़े कदम उठाएं जाएंगे, जिसका लाभ कारोबारियों से लेकर कारीगरों को मिलेगा।
- दीपक अग्रवाल, कारोबारी, अमरोहा।
- एक जनपद-एक उत्पाद में अमरोहा से ढोलक को चुना गया है, कारोबार को तो रफ्तार मिलेगी ही, साथ ही इससे जुड़े कारीगर एवं अन्य लोगों के दिन ाी भी बहुरेंगे। कारोबारियों के साथ ही इससे जुड़े लोग भी गर्व महसूस करेंगे।
- मोहम्मद खिजर, कारीगर।
- पिछली कई पीढि़यों से परिवार में यही काम चल रहा है। लेकिन सरकारों की उपेक्षा के चलते अब उनके बच्चे इस कारोबार में नहीं आना चाहते लेकिन अब सरकार द्वारा ढोलक को एक जनपद-एक उत्पाद में शामिल करने से युवा वर्ग भी इससे जुड़ेगा और पढ़ाई लिखाई के बाद दूसरे शहरों का पलायन रूकेगा।
- मोहम्मद आलम, कारीगर।