घर पर दूध देने आई गाड़ी के नीचे दबा मासूम, हो गई दर्दनाक मौत- घर वालों की इस लापरवही से गई जान

गांव में उनकी पत्नी अर्चना चार साल की बड़ी बेटी निया सिद्धू व दो साल का इकलौता बेटा शिवांक सिद्धू रहते हैं। उनके छोटे भाई अमित सिद्धू गांव में ही डेयरी चलाते हैं। उनकी डेयरी से दूध लेने के लिए प्रतिदिन पिकअप आती है। शनिवार को भी उनकी डेयरी पर पिकअप दूध उठाने आई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Asif Ali Edited By: Mohammed Ammar Publish:Mon, 06 May 2024 03:42 PM (IST) Updated:Mon, 06 May 2024 03:42 PM (IST)
घर पर दूध देने आई गाड़ी के नीचे दबा मासूम, हो गई दर्दनाक मौत- घर वालों की इस लापरवही से गई जान
घर पर दूध देने आई गाड़ी के नीचे दबा 2 साल का मासूम, हो गई दर्दनाक मौत

जागरण संवाददाता, अमरोहा: दो साल का मासूम शिवांक तो घर के बाहर खेल में मग्न था। चाचा ने उसे एक बार घर ले जाकर भी छोड़ दिया था, लेकिन वह फिर से बाहर आकर खेलने लगा। शायद मौत ने उसे दोबारा बुलाया था।उसके ही घर दूध लेने आई पिकअप ने मासूम को कुचल दिया। हालांकि स्वजन खून से लथपथ मासूम की जिंदगी बचाने के लिए मेरठ के लिए दौड़े भी, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। इकलौते मासूम बेटे की मौत से स्वजन बदहवास हैं। उन्होंने बगैर कार्रवाई के मासूम का अंतिम संस्कार कर दिया है।

मासूम बच्चों का खेलते समय ध्यान रखना बेहद जरुरी है। खास तौर पर वहां जहां घर के बाहर वाहनों का आवागमन है। नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव चमरव्वा में हुई मासूम की मौत को हालांकि लापरवाही तो नहीं कहेंगे, परंतु हादसा दिल को झकझोर देने वाला है। यहां पर संदीप सिद्धू का परिवार रहता है। वह दिल्ली स्थित एक निजी बैंक में नौकरी करते हैं।

गांव में उनकी पत्नी अर्चना, चार साल की बड़ी बेटी निया सिद्धू व दो साल का इकलौता बेटा शिवांक सिद्धू रहते हैं। उनके छोटे भाई अमित सिद्धू गांव में ही डेयरी चलाते हैं। उनकी डेयरी से दूध लेने के लिए प्रतिदिन पिकअप आती है। शनिवार को भी उनकी डेयरी पर पिकअप दूध उठाने आई थी। शिवांक घर के बाहर खेल रहा था। उस समय तो चाचा अमित ने शिवांक को घर भेज दिया था। परंतु वह फिर से बाहर निकल आया।

पिकअप चालक उसे देख नहीं सका तथा पिकअप लेकर चल दिया। जिससे शिवांक उसके टायर के नीचे आकर कुचल गया। मासूम की चीखें टायर के नीचे दबकर रह गई। पिकअप के गुजरने के बाद स्वजन ने इकलौते बेटे को खून से लथपथ देखा तो होश उड़ गए। गंभीर रूप से घायल शिवांक को स्वजन उपचार के लिए मेरठ ले जा रहे थे।

परंतु रास्ते में उसकी मौत हो गई। इकलौते मासूम बेटे की मौत से स्वजन में कोहराम मचा हुआ है। स्वजन ने पुलिस को सूचना दिए बगैर मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया है। प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार ने बताया कि इस संबंध में थाने पर कोई सूचना नहीं मिली है।

अमरोहा व हसनपुर में भी हो चुकी हैं मौत

दो महीना पहले हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के हथियाखेड़ा गांव में सतपाल सिंह का मासूम बेटा घर में खेल रहा था। तहेरे भाई ने अचानक ई-रिक्शा स्टार्ट करके आगे बढ़ा दिया था।

जिससे कुचल कर मासूम गंभीर रूप से घायल हो गया था। उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। आठ महीना पहले सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव सोहत निवासी सतीश सिंह की पत्नी की घर में खड़े ट्रैक्टर से कुचल कर मृत्यु हो गई थी।

घर के आंगन में ट्रैक्टर खड़ा हुआ था। खेलते हुए बच्चों ने ट्रैक्टर स्टार्ट कर दिया था। जिससे मौके पर ही महिला की मृत्यु हो गई थी। जबकि अमरोहा नगर कोतवाली के मुहल्ला नई बस्ती में भी चार महीना पहले दिलफराज के आठ साल के बेटे तैयब की घर में खड़ी कार से कुचल कर मौत हो गई थी। दिलफराज का भतीजा कार स्टार्ट कर ले जा रहा था। वह पीछे बैठे तैयब को नहीं देख सका तथा कुचल कर उसकी मौत हो गई थी।

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