शाम ढलते-ढलते साफ होने लगी गंवई सत्ता की तस्वीर
सख्ती व रोक के बाद भी मतगणना स्थलों पर पूरे दिन जुटी रही भारी भीड़। कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन करा पाने में प्रशासन रहा नाकाम।
अमेठी : पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू होने से पहले ही मतगणना स्थलों पर प्रत्याशी व समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सख्ती व रोक के बाद भी लोग अपने प्रत्याशी के समर्थन में मतगणना केंद्रों के बाहर डटे रहे। पुलिस ने भीड़ को कई बार खदेड़ा भी पर बात नहीं बनी। वहीं, शाम होते-होते ज्यादातर गांवों में बनने वाली गंवई सरकार की तस्वीर साफ होने लगी थी। पहला चुनाव परिणाम गौरीगंज विकास क्षेत्र के ऐठा गांव का आया। उसके बाद धीरे-धीरे एक-एक गांव का परिणाम आना शुरू हो गया।
ग्राम प्रधान, बीडीसी, डीडीसी व ग्राम पंचायत सदस्य पद के भाग्य का फैसला सुनने व जानने के लिए लोग सुबह से ही आतुर थे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना जिले के सभी 13 मतगणना स्थलों पर रविवार सुबह आठ बजे शुरू हुई। इसी क्रम में दो घंटे बाद जीत-हार के रुझान भी आने लगे और दोपहर बाद तस्वीर भी साफ होने लगी थी।
वहीं, मतों की गिनती के साथ प्रत्याशियों व उनके समर्थकों की धड़कनें भी तेज होती रहीं। मतदान के दिन हुई हिसा व मतपेटियां लूटने की घटना से सबक लेते हुए मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जिलाधिकारी अरुण कुमार, पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह के साथ ही एडीएम सुशील प्रताप सिंह व एएसपी विनोद कुमार पांडेय दलबल के साथ मतगणना स्थलों का पूरे दिन जायजा लेते रहे।
ग्राम पंचायत सदस्य के 1434 पद हैं रिक्त :
अपर जिलाधिकारी सुशील प्रताप सिंह ने बताया कि जिले की 682 ग्राम पंचायतों में सदस्य ग्राम पंचायत के कुल 8642 पदों में से 1434 पद किसी भी उम्मीदवार के नामांकन नहीं भरने से रिक्त हैं। इन पदों के लिए बाद में चुनाव होगा।
चुनावी मैदान में थे 23 हजार 70 उम्मीदवार :
जिला पंचायत की 36 सीटों के लिए 621, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 864 पदों के लिए 5671, ग्राम प्रधान के 679 पद पर 6608 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। ग्राम पंचायत सदस्य के 8642 पद पर 10170 उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी कर रखी थी। चारों पदों पर उतरे 23 हजार 70 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतों की गिनती के साथ होने लगा है। वहीं, अंतिम परिणाम सोमवार सुबह तक आने की उम्मीद है।