37 केंद्रों पर हड़ताल, धान खरीद शून्य

रायबरेली : धान खरीद के लिए केंद्र एक नवंबर को ही खोल दिए गए। खरीद की बात करें तो इसका

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 12:49 AM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 12:49 AM (IST)
37 केंद्रों पर हड़ताल, धान खरीद शून्य
37 केंद्रों पर हड़ताल, धान खरीद शून्य

रायबरेली : धान खरीद के लिए केंद्र एक नवंबर को ही खोल दिए गए। खरीद की बात करें तो इसका आंकड़ा अभी शून्य है। सचिव, मार्के¨टग इंस्पेक्टर्स के साथ राइस मिलर्स की हड़ताल को इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है। अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही हालात रहने की आशंका है। केंद्रों से किसानों के मायूस लौटने का सिलसिला अभी थमता नहीं दिख रहा। दूसरा, पूरी तरह से धान की फसल की कटान न होना भी क्रय में मंदी का कारण बताया जा रहा है।इस बार जनपद में 1,20,300 मीट्रिक टन धान खरीद होनी है। पिछले साल की अपेक्षा यह लक्ष्य दस हजार मीट्रिक टन कम है। वर्ष 2017 में 1,30,000 मीट्रिक टन के सापेक्ष 95 हजार मीट्रिक टन की खरीद हुई थी। इस बार 28 फरवरी तक धान खरीद होनी है। संभावना जताई जा रही है कि 25 नवंबर से केंद्रों पर भीड़ उमड़ने लगेगी। मतलब, धान की खरीद में तेजी आएगी। वो भी तब, जब साधन सहकारी समितियों के सचिव, आवश्यक वस्तु निगम के इंस्पेक्टर्स की हड़ताल खत्म नहीं होती। साथ ही राइस मिलर्स को सहमत कराना भी इसके लिए आवश्यक है। सोमवार की स्थिति ये रही कि कुल 63 केंद्रों में से 39 केंद्रों में ताला लटका रहा।

...क्रय केंद्रखाद्य निगम- 8भारतीय खाद्य निगम- 1यूपी एग्रो- 3कर्मचारी कल्याण निगम- 4आवश्यक वस्तु निगम- 8पीसीएफ- 39

..क्रय केंद्र में ये सुविधाएं

-केंद्र में किसानों के बैठने की उचित व्यवस्था-छाया के लिए टीन शेड-जिन वाहनों से धान आएगा, उनकी पार्किंग की व्यवस्था-पेयजल- बोरे, पंखा

मिलर्स की ये हैं मांगें

राइस मिलर्स को अभी 67 प्रतिशत रिकवरी मिलती है, जिसे घटाकर 62 प्रतिशत करने की मांग है। कुटाई का चार्ज वर्ष 1980 से दस रुपये प्रति ¨क्वटल दिया जा रहा है। इसे बढ़ाकर 50 रुपये प्रति ¨क्वटल किया जाए। इसके अलावा सहूलियतों को लेकर और भी कुछ मांगें हैं लेकिन अड़ंगा इन्हीं दो मांगों को लेकर है।

धान की खरीद दर

सामान्य धान का मूल्य 1750 रुपये प्रति ¨क्वटल निर्धारित किया गया है। ग्रेड ए धान के लिए 1770 रुपये की दर निर्धारित किया गया है।

अधिकारी बोले,

पूरब के जनपदों में 25 नवंबर के बाद ही खरीद शुरू होती है। उन जिलों में ही खरीद हुई है, जहां एक अक्टूबर से केद्र खोल दिये गए। वहां भी हड़ताल के कारण अब खरीद ठप है। पूरी कोशिश है कि लक्ष्य को हम हासिल कर लेँ। तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

सौरभ यादव, जिला खाद्य विपणन अधिकारी

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