धरे रह गए प्रशासन के इंतजाम

अमेठी : केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद अमेठी सासद राहुल गांधी का कोई भी दौरा सुकून से नहीं

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Jan 2018 12:36 AM (IST) Updated:Wed, 17 Jan 2018 12:36 AM (IST)
धरे रह गए प्रशासन के इंतजाम
धरे रह गए प्रशासन के इंतजाम

अमेठी : केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद अमेठी सासद राहुल गांधी का कोई भी दौरा सुकून से नहीं बीता है। सुरक्षा व्यवस्था में चूक कहें या विरोधियों की साजिश, राहुल को अपने हर दौरे में विरोध से दो चार होना पड़ता है। अब तक बात पोस्टर, काले झंडे और नारेबाजी तक ही सीमित रहती थी, लेकिन अब बात इससे आगे निकल गई है। विरोध का आलम ये है कि राहुल का अपने तय रूट से जाना तक दुश्वार हो रहा है।

लोकसभा चुनाव 2014 के बाद हुई कुछ घटनाओं पर गौर करें तो अमेठी में ही सांसद राहुल गाधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। वर्ष 2015 में राहुल के अमेठी दौरे के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के युवाओं ने विरोध में काले झंडे दिखाये थे। वर्ष 2015 में ही राहुल गांधी के अगले दौरे में गौरीगंज में महिलाओं द्वारा राहुल के काफि ले को रोकने की कोशिश की गई। वर्ष 2016 गौरीगंज के कलेक्ट्रेट मोड़ के पास जनकल्याण समिति की महिलाओं के विरोध का सामना भी राहुल को करना पड़ा था। पिछले वर्ष अक्टूबर में हुए दौरे में भी गौरीगंज केबूढ़न माता धाम के पास बन रहे भाजपा कार्यालय के समीप भाजपाइयों और कांग्रेसियों की भिड़ंत हो गई थी। हालाकि, पिछली घटनाओं को देखते हुए प्रशासन को इसका अंदेशा भी था और चुस्त दुरुस्त व्यवस्था भी की गई थी। बावजूद इसके पहले सलोन और फि र अमेठी में एसपीजी सुरक्षा प्राप्त कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाधी को विरोधियों से न सिर्फ दो चार होना पड़ा, बल्कि काफि ले में चल रहे लोगों के साथ ही नोक झोंक तू-तू मैं-मैं और हाथापाई के चलते उनका मार्ग भी बाधित हुआ। वहीं, मंगलवार तो राहुल का विरोध गौरीगंज से लेकर जायस, जगदीशपुर, मोहनगंज में भी हुआ। गौरीगंज में मुसाफिरखाना मार्ग पर इस कदर विरोध हुआ कि कांग्रेसियों पर पुलिस को लाठियां तक बरसानी पड़ीं। हालांकि, प्रशासन ने अंत समय में राहुल का रूट ही बदलकर नेता रोड से मोड़ दिया। इसके बाद वे जगदीशपुर मोड़ पर आकर निकले। राहुल गांधी भी इतने विरोध के बाद पैदल यात्रा कर चौक तक गए। मामले के सुलझ जाने के बाद प्रशासन ने भले ही राहत की सास ले रहा हो, लेकिन राहुल के लगभग हर दौरे में हो रही ऐसी घटनाएं, जो सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं है।

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