ओपीडी में बुखार के मरीजों की भीड़, जांच कराने की होड़

अंबेडकरनगर : जिला चिकित्सालय में इस समय मरीजों की भीड़ देखते ही बनती है। अधिकांश लोग बुख

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 10:20 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 10:20 PM (IST)
ओपीडी में बुखार के मरीजों की भीड़, जांच कराने की होड़
ओपीडी में बुखार के मरीजों की भीड़, जांच कराने की होड़

अंबेडकरनगर : जिला चिकित्सालय में इस समय मरीजों की भीड़ देखते ही बनती है। अधिकांश लोग बुखार आदि से पीड़ित आ रहे हैं। गुरुवार को फिजीशियन डॉ. डीपी वर्मा अपने कक्ष में मरीजों को देख रहे थे। उन्हें चारों ओर से मरीज घेर कर रखे थे। उनके पास जो भीड़ थी उसमें बुखार आदि से पीड़ितों की संख्या अधिक थी। बालरोग कक्ष में डॉ. आरके वर्मा, सर्जन कक्ष में डॉ. वीबी गौतम के कक्ष में सामान्य रूप से लगभग सौ मरीजों की भीड़ मौजूद रही। ओपीडी कक्ष में चिकित्सक मौजूद रहे तो मरीजों की तादाद में भी काफी इजाफा रहा।

जागरण टीम ने गुरुवार को सवा दस बजे जिला चिकित्सालय में दस्तक दी। ओपीडी कक्ष में डॉ. वीबी गौतम मरीजों को देखकर कर दवा लिख रहे थे। पर्ची पटल पर सहायक कर्मचारी सीमांत वर्मा ने बताया गया कि रोजाना लगभग आठ सौ से एक हजार तक मरीजों का पंजीयन किया जाता है। इसमें 12 बजे तक 653 मरीजों का पंजीयन हो चुका था। टीकाकरण कक्ष में महिलाओं की जांच तथा टीकाकरण किया जा रहा था। कार्यालय में लगभग सभी लिपिक मौजूद मिले। पूछने पर बताया गया इस समय बुखार से प्रभावित रोगी अधिक आ रहे हैं। पैथालॉजी कक्ष में अल्ट्रासाउंड के लिए महिलाओं की भीड़ एकत्र रही। वहीं खून की जांच के बाद रिपोर्ट लेने के लिए मरीजों की लाइन लगी रही। अल्ट्रासाउंड कक्ष में अधिक भीड़ होने पर रीता तथा राम कुबेर शर्मा सीएमएस के पास पहुंच कर इसकी शिकायत किए कि काफी देर से आने के बाद भी जांच नहीं हो रही है। वहीं सीएमएस ने बताया कि सभी की जांच अवश्य की जाएगी थोड़ा इंतजार कर लीजिए। वार्डों का जायजा लेने के दौरान बताया गया कि मरीजों को समय पर दूध नहीं दिया जाता है। कुछ मरीज तो दूध प्रतिदिन मिलने के सवाल पर चौंक गए। इतना ही नहीं एक युवक बालिका को गोद में उठाकर दूसरे तल पर ले जा रहा था। पूछने पर बताया कि न तो यहां कर्मचारी सुनते हैं और न ही स्ट्रेचर की ही व्यवस्था है।

वार्ड नंबर तीन में भर्ती चिनगी गांव निवासी सुशील कुमार गुप्त ने बताया कि एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित हूं, लेकिन समय पर दवा नहीं मिल पा रही है। वार्ड नंबर चार में संक्रामक रोगी के पास तीन-चार महिलाएं बैठकर बात कर रही थी। जिसे नर्स द्वारा बताया गया कि बाहर जाइए नहीं तो रोग की चपेट में सभी आ सकते हैं। रोजाना एक हजार तक होते हैं नए पंजीय

अंबेडकरनगर : जिला चिकित्सालय में सामान्य तौर पर पांच से छह सौ मरीजों की ओपीडी होती थी। पिछले एक पखवारे से प्रतिदिन एक हजार नए मरीजों का पंजीयन होता है। इतना ही नहीं लगभग चार सौ मरीज पुराने पर्चे के दिखे जाते हैं। सौ बेड के चिकित्सालय में 187 मरीज भर्ती

अंबेडकरनगर : जिला चिकित्सालय सौ बेड का संचालित किया गया है, लेकिन मौसमी बीमारी और सड़क दुर्घटनाएं यह संख्या सौ से अधिक कर देती हैं। गुरुवार को चिकित्सालय में चार वार्ड, बर्न यूनिट, बच्चों का वार्ड, इमरजेंसी वार्ड मिलाकर कुल 187 मरीज भर्ती हुए है। चिकित्सालय प्रशासन की लगातार मांग के बावजूद बेड की संख्या व चिकित्सकों की संख्या में कोई भी इजाफा नहीं किया जा रहा है। इससे भी भर्ती मरीजों को परेशानी हो रही है।

चिकित्सालय में आने वाले सभी मरीजों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जाता है। इस समय संक्रामक रोग में बुखार का प्रकोप तेजी से चल रहा है। इसलिए ऐसी दवाएं पर्याप्त मात्रा में यहां पर उपलब्ध हैं। जांच रिपोर्ट बनाने में समय लगता है इसलिए रिपोर्ट मिलने में विलंब होता है।

डॉ. एसपी गौतम, सीएमएस, जिला चिकित्सालय

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