किसानों को मिली मदद में बिजली विभाग बना रोड़ा

किसानी को परवान चढ़ाने के लिए सरकार ने अनुदान पर नलकूप दिया था लेकिन बिजली की अनियमितता से किसानों को फायदा नहीं मिल पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Dec 2020 10:00 PM (IST) Updated:Sun, 20 Dec 2020 10:00 PM (IST)
किसानों को मिली मदद में बिजली विभाग बना रोड़ा
किसानों को मिली मदद में बिजली विभाग बना रोड़ा

अंबेडकरनगर: किसानी को परवान चढ़ाने के लिए सरकार ने अनुदान पर नलकूप दिया था लेकिन बिजली विभाग इस मंशा के साकार होने में बाधक बन गया है। बोरिग हुए सालभर का वक्त बीत गया लेकिन इन नलकूपों को बिजली कनेक्शन नहीं मिल सका।

महरुआ विद्युत उपकेंद्र से जुड़े दर्जनों गांवों के किसानों ने करीब एक साल पहले अनुदान पर नलकूप के लिए बोरिग कराई थी। योजना के तहत कनेक्शन के लिए उन्हें खंभा, तार और ट्रांसफार्मर दिया जाना था लेकिन इसमें से अधिकतर किसानों को अभी तक यह सामान उपलब्ध नहीं कराया गया। इससे सालभर बाद भी किसान इंजन से फसलों की सिचाई कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि कनेक्शन के लिए सूची बनाई गई थी लेकिन बिजली स्टोर के अधिकारी व कर्मचारी सुविधा शुल्क देने वालों को सामान पहले उपलब्ध करा रहे हैं, जबकि अन्य किसानों को एक साल से दौड़ाया जा रहा है।

-----------------------

किसानों ने दी घेराव की चेतावनी: सिलावट गांव निवासी किसान रामगोपाल मौर्य, ओमप्रकाश एवं अभयचंद्रपुर निवासी इंद्रजीत सिंह, मालवानी निवासी उमाशंकर सिंह सहित 25 से अधिक किसान विद्युत उपकेंद्र महरुआ का चक्कर लगा रहे हैं। इन किसानों ने बताया कि इंजन से खेतों की सिचाई कर रहे हैं लेकिन डीजल की आसमान छूती कीमतों ने उनकी कमर तोड़ दी है। उन्होंने खेतों की सिचाई को नलकूप कनेक्शन की आस संजोई, तो वह लंबे समय से पूरी नहीं हो पा रही है। विद्युत विभाग ने जल्द सामान मुहैया नहीं कराया तो उपकेंद्र का घेराव कर हाईवे पर प्रदर्शन किया जाएगा।

स्टोर में नहीं सामान: महरुआ के अवर अभियंता रविद्र पाल ने बताया कि स्टोर में सामान नहीं होने से समस्या आ रही है। इसके लिए विभाग को पत्राचार किया गया है। किसानों को जल्द ही सामान उपलब्ध कराया जाएगा।

chat bot
आपका साथी