परंपरागत खेती के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन का रुख करें कृषक

कृषक जागरूकता गोष्ठी में जिलाधिकारी सैमुअल पॉल ने कहा कि किसान परंपरागत किसानी से आगे बाढ़ें।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 10:17 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 10:17 PM (IST)
परंपरागत खेती के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन का रुख करें कृषक
परंपरागत खेती के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन का रुख करें कृषक

अंबेडकरनगर: कृषक जागरूकता गोष्ठी में जिलाधिकारी सैमुअल पॉल ने कहा कि किसान परंपरागत खेती के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन, नकदी खेती पर बल दें। इससे आय दो गुनी होगी और आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।

गुरुवार को अकबरपुर ब्लाक में कृषि सूचना तंत्र के सु²ढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के तहत आयोजित जनपद स्तरीय कृषक गोष्ठी एवं प्रदर्शनी में डीएम ने बताया कि किसान सम्मान योजना में त्रुटियों को दूर करने के लिए कृषि भवन में हेल्प डेस्क बनाया गया है। डीएम ने उप कृषि निदेशक से कहा कि हेल्पडेस्क को और भी प्रभावी बनाएं ताकि सभी पात्र कृषक लाभान्वित हो सकें। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एक जनपद-एक उत्पाद को प्रभावी बनाने के लिए विकासखंड भियांव में मिर्च की खेती को विकसित करने के लिए जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर वर्मा ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने में आ रही अड़चनों को दूर किया जाए। साधन सहकारी समितियों पर खाद-बीज की व्यवस्था दुरुस्त की जाए। भाजपा जिलाध्यक्ष डा. मिथिलेश त्रिपाठी ने कहा कि अपनी आय दोगुना करने के लिए किसान इंटर क्रापिग फसल पद्धति को अपनाने के साथ पशुपालन व मुर्गीपालन अपनाएं। गोष्ठी में सीडीओ घनश्याम मीणा, प्रभारी उपकृषि निदेशक पीयूष राय, भूमि संरक्षण अधिकारी डा. राजमंगल चौधरी, वरिष्ठ सहायक आनंद पांडेय, सलाहकार अनुज सिंह मौजूद रहे।

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प्रदर्शनी में इन विभागों का लगा स्टाल : कृषकों की सुविधा के लिए बैंक आफ बड़ौदा आरसेटी, कृषि विभाग एवं बीज व कीटनाशक, पशुपालन विभाग, उद्यान, गन्ना, भूमि परीक्षण प्रयोगशाला, मत्स्य, ड्रैगन फूड एवं महामाया कृषि इंजीनियरिग एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का हेल्पडेस्क संचालित किया गया।

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