बाइपास बनाने के लिए 254 करोड़ रुपये मंजूर

बहुप्रतीक्षित अकबरपुर बाइपास का निर्माण अब तय हो चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Mar 2021 11:34 PM (IST) Updated:Mon, 22 Mar 2021 11:34 PM (IST)
बाइपास बनाने के लिए 254 करोड़ रुपये मंजूर
बाइपास बनाने के लिए 254 करोड़ रुपये मंजूर

अंबेडकरनगर: बहुप्रतीक्षित अकबरपुर बाइपास का निर्माण अब तय हो चुका है। लोक निर्माण विभाग ने इसके निर्माण के नक्शे संग वित्तीय स्वीकृति का प्रस्ताव शासन को भेजा था। नक्शे को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी थी। अब इसे वित्तीय स्वीकृति भी मिल गई है। अकबरपुर-अयोध्या मार्ग से टांडा तथा बसखारी मार्ग को जोड़ने वाले इस 12.3 किलोमीटर के बाइपास के निर्माण के लिए 254 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है। जिला मुख्यालय पर जाम की समस्या से जल्द छुटकारा मिलेगा। इससे शहर के भीतर दुकानों व आवासों के टूटने का खतरा फिलहाल टल गया है।

वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए टू-लेन के बहराइच-फैजाबाद-आजमगढ़ राजमार्ग को चौड़ा कर फोरलेन बनाने का काम चल रहा है। धर्मनगरी अयोध्या के पर्यटन मानचित्र पर निखरने से आवागमन के रास्तों को सुगम बनाया जा रहा है। पूर्वांचल से अयोध्या को जोड़ने वाले मार्गों में सबसे अहम इस मार्ग पर अकबरपुर में शहर के अंदर जाम के लगने से यातायात बाधित होता रहा है। अब इससे निजात मिल जाएगा। अकबरपुर नगरपालिका के शहरी इलाके में दाखिल होने के बजाए यह राजमार्ग बाहर से निकलेगा। बाजारों को प्रभावित होने से बचाने का प्रयास किया गया है।

अकबरपुर नगरपालिका में अयोध्या मार्ग पर 50 नंबर ट्यूबवेल के पास से यह बाइपास निकल इल्तिफातगंज मार्ग और रेलवे लाइन को पार करते हुए टांडा मार्ग को जोड़ेगा। इसके आगे चलते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग टांडा-बांदा को पार कर बसखारी मार्ग को अफजलपुर में जोड़ेगा।

रंग लाई एमएलसी की मेहनत: एमएलसी हीरालाल यादव की मेहनत आखिरकार रंग लाई। वर्ष 2019 के सत्र में एमएलसी ने बजट भाषण में इस बाइपास को बनाने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि अब बेवजह वाहनों को शहर के अंदर दाखिल होने से राहत मिलेगी। इससे जाम की समस्या भी नहीं होगी। बाइपास बनने से विकास तेज होगा। इसके किनारे दुकानों तथा प्रतिष्ठानों का निर्माण होगा। यातायात सुगम और व्यवसाय बढ़ेगा। भूमि की कीमत बढ़ने से सरकारी खजाने को भी फायदा होगा। बाइपास निर्माण के लिए शासन से वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। इसका निर्माण 254 करोड़ रुपये से 12.3 किलोमीटर में होगा। शासनादेश जारी होने के साथ फसल कटने के बाद निर्माण की प्रकिया को गतिमान किया जाएगा।

संकर्षण लाल, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग

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