फर्श-ए-अजा पर आना इमाम हुसैन से..

अंबेडकरनगर : फर्श-ए-अजा पर आना इमाम हुसैन से मोहब्बत और यजीद मलऊन से नफरत की प्रत्यक्ष दलील है। यदि

By Edited By: Publish:Tue, 24 Nov 2015 11:48 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2015 11:48 PM (IST)
फर्श-ए-अजा पर आना इमाम हुसैन से..

अंबेडकरनगर : फर्श-ए-अजा पर आना इमाम हुसैन से मोहब्बत और यजीद मलऊन से नफरत की प्रत्यक्ष दलील है। यदि वास्तव में इमाम से प्रेम है तो उनके आदेशों व निर्देशों का पालन भी अनिवार्य है। यह बात मौलाना जौन आजमी ने कहीं। वह मीरानपुर में शेर अली इब्ने मरहूम हलीम के इसाले सवाब की मजलिस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कर्बला वालों का स्पष्ट संदेश है कि हर छोटी बड़ी बुराई से दूरी तथा पुण्य कार्यों को आत्मसात करना हमारे अनुयायियों का प्रथम लक्ष्य होना चाहिए। मजलिस में बालक असरार, इमरान हुसैन, दानिश अली, मीसम अली ने कलाम व रजा अनवर ने शायर वर्क जौनपुरी का नौहा पढ़ा। आयोजक अलमदार ने धन्यवाद प्रकट किया।

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