घरों में मातम, हर कोई गमगीन

भीटी (अंबेडकरनगर) : मंगलवार का दिन भीटी क्षेत्र के लिए अमंगलकारी रहा। कारण क्षेत्र से गई बारात के डी

By Edited By: Publish:Wed, 20 May 2015 11:50 PM (IST) Updated:Wed, 20 May 2015 11:50 PM (IST)
घरों में मातम, हर कोई गमगीन

भीटी (अंबेडकरनगर) : मंगलवार का दिन भीटी क्षेत्र के लिए अमंगलकारी रहा। कारण क्षेत्र से गई बारात के डीजे पर हाइटेंशन तार स्पर्श करने से दो युवक ¨जदा जल गए। जबकि एक युवक गंभीर रूप से झुलस कर जीवन-मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। मृतकों के घरों पर कोहराम व गांवों में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। क्षेत्र गमगीन है। हर जगह बस इसी हादसे की चर्चा लोगों की जुबान पर है।

भीटी थाना क्षेत्र के गांव दिलावलपुर के मजरे पांडे का पूरा निवासी स्व. श्रीधर पांडेय के पुत्र मुकेश की बारात फैजाबाद जिले के गोशाईगंज थाने के गांव रामापुर के मजरे लक्ष्मणपुर निवासी उमाशंकर पांडेय के घर 19 गई थी। बारात द्वारपूजा के लिए जा रही थी। लोग डीजे की धुन पर थिरक रहे थे। इसी बीच ऊपर से गुजरा हाइटेंशन ढीला तार डीजे को स्पर्श कर गया। करंट उतरने से पिकप वाहन पर लदे डीजे में आग लग गई। जिससे उस पर सवार भीटी थाने के गांव सेनपुर निवासी श्यामजी यादव उर्फ करिया 23 पुत्र शिवकुमार यादव व इसी थाने के गांव परियाएं निवासी दीपक गौड़ 18 पुत्र हीरालाल ¨जदा जल गए। जबकि इसी थाना क्षेत्र के गांव बिर¨सहपुर निवासी सोनू 22 पुत्र तेजबहादुर विश्वकर्मा गंभीर रूप् से झुलस गया। अन्य थाना क्षेत्रों के कुल छह लोग झुलसकर ट्रामा सेंटर लखनऊ व फैजाबाद जिला चिकित्सालय में ¨जदगी-मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।

नहीं रहा खेवनहार अब कौन करेगा शादी : सेनपुर का श्यामजी घर का मुखिया था। वह ट्रैक्टर व डीजे के वाहनों को चलाने के साथ मकैनिक का भी काम करता था। छोटे भाई रामजी, बहन संजू, मां श्याम कली, पत्नी ममता व डेढ़ वर्षीय पुत्र ¨प्रस का वह एक मात्र सहारा था। उसकी मौत से परिवार टूट गया है। भाई की शादी 14 मई को किया था। अभी बहन संजू की शादी भी नहीं हुई कि इसका जिम्मा उसके कंधों पर था। पत्नी ममता रो-रोक कर बेहोश हो जा रही है। सांत्वना देने वालों के पहुंचने पर गांव का वातावरण क्रंदन से गूंज उठता है। इसी थाने के गांव परियाएं निवासी दीपक गौड़ 18 पुत्र हीरालाल डीजे में काम करता था। चार भाइयों रमेश, दिनेश, उमेश में वह सबसे छोटा था। तीनों भाई व पिता मुंबई में मजदूरी करते है। भाइयों में सबसे छोटा होने के कारण वह मां लल्ली के कलेजे का टुकड़ा था। इस दुखद हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।

दूल्हे के परिवार पर हादसे का साया : इस हादसे से दूल्हा मुकेश पर भी असर है। पांच वर्ष पूर्व अभियोजन कार्यालय में ड्यूटी पर रहते ब्रेन हैमरेज से उनके पिता श्रीधर पांडेय की मौत हुई थी। उनकी मां सुनीता पांडेय एसपी कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। हादसे के चलते बिन ब्याहे बारात वापस हो गई। हालांकि दोनों पक्षों की सहमति पर शादी अन्य तिथि पर करने का फैसला हुआ है।

chat bot
आपका साथी