शहरियों को महंगाई की मार से कुछ राहत मिली, सब्जियों की कीमतों में और भी हुई गिरावट Prayagraj News

प्याज को छोड़कर अन्य सब्जियों की कीमतों में और गिरावट हुई है। फुटकर में भी सब्जियां काफी सस्ती हो गई हैं। इससे शहरियों को महंगाई की मार से कुछ राहत मिली है। आप भी जानें कि प्रयागराज के बाजार में सब्जी किस रेट में बिक रही है।

By Brijesh Kumar SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 09:04 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 09:04 AM (IST)
शहरियों को महंगाई की मार से कुछ राहत मिली, सब्जियों की कीमतों में और भी हुई गिरावट Prayagraj News
प्रयागराज में सब्जियों के फुटकर रेट में और भी कमी आई है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज के बाशिंदों के लिए राहत भरी खबर है। राहत भरी खबर यह है कि रसोई को लेकर उनकी जेब पर अब कम वजन पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्‍योंकि सब्जियों के रेट और भी कम हो चुके हैं। सब्जियों के थोक के साथ फुटकर दाम घट गए हैं। पिछले दिनों तो सब्जियों के भाव आसमान पर पहुंच गए थे। इससे लोग परेशान हो गए थे।

प्‍याज के अलावा अन्‍य सब्जियों के रेट हुए कम, जानें थोक दाम

प्याज को छोड़कर अन्य सब्जियों की कीमतों में और गिरावट हुई है। फुटकर में भी सब्जियां काफी सस्ती हो गई हैं। इससे शहरियों को महंगाई की मार से कुछ राहत मिली है। थोक में मटर 10 रुपये प्रति किलो, टमाटर 6 से 8 रुपये प्रति किलो, आलू 7 से 8 रुपये प्रति किलो में बिक रही है। इसी प्रकार प्याज 20 से 25 रुपये प्रति किलो, गाजर 4 से 5 रुपये प्रति किलो और बैगन का रेट भी 4 से 5 रुपये प्रति किलो है। सोया, मेथी, पालक, बथुआ तीन से चार रुपये प्रति किलो और फूल व पत्ता गोभी 4 से 5 प्रति पीस बिक रहा है।

फुटकर में इस दाम पर बिक रही हैं सब्जियां

फुटकर में टमाटर 10 रुपये प्रति किलो, मटर 16 रुपये प्रति किलो, प्याज 40 रुपये प्रति किलो, आलू 70 रुपये में पांच किलो, गाजर 20 रुपये प्रति किलो, बैगन 8 से 10 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। इसी प्रकार सोया, मेथी, पालक और बथुआ 10 से 20 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। सब्जियों के उत्पादन के हिसाब से डिमांड न होने के कारण कीमतें बेहद घट गई हैं। आलम यह है कि मुंडेरा थोक मंडी में हरी सब्जियों के खरीदार नहीं है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

बोले, सब्‍जी के आढ़ती

सब्‍जी के आढ़ती सैफुद्दीन का कहना है कि बहुत सी हरी सब्जियां खराब हो जा रही हैं, क्योंकि सब्जियों की आवक के हिसाब से बिक्री नहीं है। इसीलिए सब्जियों के दाम कम हो गए हैं।

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