UP Board Exam Result 2020 : लॉकडाउन बढ़ने से कॉपियों की जांच व रिजल्ट में और देरी होना तय

UP Board Exam Result 2020 उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन व परिणाम दोनों अधर में लटक गए हैं। बोर्ड के अफसर शासन के निर्देश पर ही आगे कदम बढ़ाएंगे

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 26 Mar 2020 06:29 PM (IST) Updated:Thu, 26 Mar 2020 06:32 PM (IST)
UP Board Exam Result 2020 : लॉकडाउन बढ़ने से कॉपियों की जांच व रिजल्ट में और देरी होना तय
UP Board Exam Result 2020 : लॉकडाउन बढ़ने से कॉपियों की जांच व रिजल्ट में और देरी होना तय

प्रयागराज, जेएनएन। UP Board Exam Result 2020 : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश शासन और प्रशासन युद्धस्तर पर जुटा है और आम लोग भी हर संभव मदद कर रहे हैं। जनता कर्फ्यू के बाद सभी मान रहे थे कि 31 मार्च तक लॉकडाउन हो सकता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 14 अप्रैल तक घोषित कर दिया है। आम लोगों की खातिर देशभर में सब कुछ ठप किया गया है। ऐसे हालात में यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 का परिणाम अनिश्चितता के साये में है। बोर्ड अफसर फिलहाल यह बताने की स्थिति में नहीं हैं कि अब मूल्यांकन कब से शुरू होगा और रिजल्ट कब तक आने की उम्मीद है।

यूपी बोर्ड के 27 हजार से अधिक माध्यमिक कालेजों में पढ़ने वाले करीब 50 लाख से अधिक परीक्षार्थी तय समय में इम्तिहान दे चुके हैं। परीक्षा पूरी होने से पहले ही बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का खाका खींचा और 16 मार्च से शुरू भी करा दिया। 17 मार्च को मूल्यांकन होने के बाद से प्रक्रिया को दो अप्रैल तक स्थगित करने का आदेश हो चुका है।

माना जा रहा था कि दो अप्रैल के बाद मूल्यांकन कराकर मई के अंत तक रिजल्ट घोषित हो सकता है। संक्रमण से बढ़ते खतरे को देखते हुए देशभर में 14 अप्रैल तक लॉक डाउन हो गया है। स्पष्ट है कि मूल्यांकन कार्य भी 14 अप्रैल तक शुरू नहीं हो सकेगा, हालांकि अभी तक शासन या फिर बोर्ड प्रशासन ने इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया है।

इतना ही नहीं जिस तरह से संक्रमण के प्रभावितों की संख्या थमने की जगह बढ़ रही है उससे अभी आगे के हालात का सही अनुमान किसी को भी नहीं है। इससे यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन व परिणाम दोनों अधर में लटक गए हैं। बोर्ड के अफसर शासन के निर्देश पर ही आगे कदम बढ़ाएंगे। यही नहीं एक अप्रैल से कालेजों में नया शैक्षिक सत्र शुरू होना था, वह भी मध्य अप्रैल तक शुरू हो पाने की स्थिति नहीं है। हालांकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड वैकल्पिक शैक्षिक कैलेंडर बनाने पर कार्य कर रहा है, जबकि बोर्ड में अभी ऐसी सुगबुगाहट नहीं है।

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