वाणिज्यकर विभाग के दो कर्मचारी बर्खास्त, कोर्ट से सजा मिलने और भ्रष्टाचार के मामले में प्रयागराज में लिया गया एक्शन

वाणिज्य कर विभाग के दो कर्मचारी बर्खास्त कर दिए गए हैं। दोनों कर्मचारियों के खिलाफ गुरुवार को कार्रवाई की गई। एक कर्मचारी को कोर्ट से सजा मिलने और दूसरे को भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त होने पर सेवा समाप्त कर दी गई

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 07:51 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 07:51 PM (IST)
वाणिज्यकर विभाग के दो कर्मचारी बर्खास्त, कोर्ट से सजा मिलने और भ्रष्टाचार के मामले में प्रयागराज में लिया गया एक्शन
कोर्ट से सजा मिलने और भ्रष्टाचार के मामले में इन कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई

प्रयागराज, जेएनएन। वाणिज्य कर विभाग के दो कर्मचारी बर्खास्त कर दिए गए हैं। दोनों कर्मचारियों के खिलाफ गुरुवार को कार्रवाई की गई। एक कर्मचारी को कोर्ट से सजा मिलने और दूसरे को भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त होने पर सेवा समाप्त कर दी गई। कनिष्ठ सहायक के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर यूनियन ने विरोध किया है। 

कनिष्ठ सहायक की सेवा समाप्ति के मामले में यूनियन ने किया विरोध 

श्यामजी तिवारी वाणिज्यकर विभाग में चालक और विवेक मिश्रा कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत थे। श्यामजी हत्या के मामले में नामजद थे। उसे कोर्ट से उम्रकैद की सजा हो गई है। प्रकरण की जांच के लिए विभागीय कमेटी भी बनी थी। कमेटी की संस्तुति पर गुरुवार को उसकी सेवा समाप्त कर दी गई। कनिष्ठ सहायक विवेक मिश्रा पर ढाई साल पहले पैसे के लेनदेन का आरोप लगा था। वीडियो भी वायरल हुआ था। उस समय विवेक सचल दल में था। मामले में जांच बैठाई गई। जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही साबित होने पर निलंबित किया गया। जांच अधिकारी की रिपोर्ट आने पर गुरुवार को उसकी सेवा समाप्त कर दी गई। इसकी जानकारी होने पर शुक्रवार को संगठन की ओर से विरोध किया गया। उत्तर प्रदेश वाणिज्यकर मिनिस्टीरियल स्टॉफ एसोसिएशन प्रयागराज जोन के जोनल अध्यक्ष रामबाबू यादव का दावा है कि विवेक के मामले में गलत आर्डर हुआ है। उन्हेंं सभी जांच में संदिग्ध जरूर माना गया है लेकिन, सेवा समाप्त करना बड़ा निर्णय है। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-वन डीएस तिवारी की ओर से मामले में आश्वासन मिला है।

वाणिज्य कर अधिकारी का है कहना

चालक को कोर्ट से सजा मिलने और कनिष्ठ सहायक के मामले में पैसे के लेनदेन की शिकायत में जांच अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।

-अरुण कुमार गौतम, डिप्टी कमिश्नर (प्रशासन) वाणिज्यकर विभाग

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