प्रतापगढ़ में जमीन के विवाद में 54 पंचायत भवनों के निर्माण में पेच
ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन का कार्य शुरू न होने से अफसरों की किरकिरी हो रही है। सीडीओ ने सभी तहसील के एसडीएम से बात कर निर्माण कार्य शुरू कराने को कहा है। डीपीआरओ की सख्ती के बाद अन्य पंचायत भवनों का काम तेजी से शुरू हो गया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में ग्राम पंचायत के पंचायत भवन में खुली बैठक करके विकास कार्यों की रूपरेखा तैयार की जाए। इसके लिए जिले के सैकड़ों ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनाने का लक्ष्य मिला है। हालांकि अधिकांश ग्राम पंचायतों में भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, वहीं अभी भी 54 पंचायत भवनों के निर्माण में पेच फंसा हुआ है। इसके निस्तारण को लेकर मंथन चल रहा है।
335 पंचायत भवन बनाने का है लक्ष्य
वर्ष 2020-21 में सभी ब्लाकों में करीब 335 पंचायत भवन बनाने का लक्ष्य मिला है। अधिकांश पंचायत भवन का निर्माण शुरू हो गया है, जबकि 54 भवन जमीन के विवाद के पेच में निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है। इसमें आसपुर देवसरा ब्लाक के चिलांवा, गौहानी, रौलखा, रमईपुर नेवादा, अकारीपुर, तुरकौली, गधियावां, बाबागंज के टांडा, बाबा बेलखरनाथ धाम के गोलापुर, गजरिया, गोई, दूलापुर व खमपुर में भवन का निर्माण अधूरा पड़ा है। इसी तरह गौरा ब्लाक के बनवारपुर, कौलापुर, बमरई, रिसालगढ़, धनुहा, कोठरा, दसियाभानपुर, सुजहा, बाबूपट्टी, लालगंज के असरही, लक्ष्मणपुर के हदिराही, पतुलकी व मानधाता के खजोहरी, धरमपुर में काम शुरू नहीं हो सका। इसी क्रम में सांगीपुर के परानीपुर, रामपुर संग्रामगढ़ के रामापुर, नेवादा कला व शिवगढ़ ब्लाक के शहजवार, बालीपुर, कसेरुआ, दरियापुर कोट, सराय जमुनी व जयरामपुर गांव में जमीन के विवाद में पंचायत भवन का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है।
अफसरों की हो रही किरकिरी
ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन का कार्य शुरू न होने से अफसरों की किरकिरी हो रही है। सीडीओ ने सभी तहसील के एसडीएम से बात कर निर्माण कार्य शुरू कराने को कहा है। जिस तरह से डीपीआरओ रविशंकर द्विवेदी की सख्ती के अन्य पंचायत भवनों का काम तेजी से शुरू हो गया, वहीं जमीन के विवाद में 54 पंचायत भवनों के निर्माण न शुरू होने से सारे किए कराए पर पानी फिर रहा है।
डीपीआरओ का है कहना
डीपीआरओ रविशंकर द्विवेदी का कहना है कि 10 ब्लाकों के 54 ग्राम पंचायतों में जमीन के विवाद में पंचायत भवन का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। सीडीओ के संज्ञान में मामला डाला गया है। सीडीओ ने भी सभी एसडीएम से बात करके विवाद का निस्तारण करने को कहा है।