कोरोना महामारी को देना है मात तो ​​​​​SumanK फार्मूला को करिए आत्मसात, जानिए डाक्टर कैसे धोते हैं हाथ

स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डाक्टर अजीत चौरसिया ने बताया कि हाथ को साफ रखा जाए और इसके सभी हिस्से की सफाई हो तो कीटाणुओं के रहने की गुंजाइश ही नहीं रहेगी। सुमनके के संबंध में बताया कि यह डाक्टरों के बीच काफी प्रचलित है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 07:10 AM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 10:26 AM (IST)
कोरोना महामारी को देना है मात तो ​​​​​SumanK फार्मूला को करिए आत्मसात, जानिए डाक्टर कैसे धोते हैं हाथ
एसयूएमएएनके बताता है कि कैसे धोएं हाथ, डाक्टरों के बीच काफी प्रचलित है यह रोचक फार्मूला

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। वैसे तो कोरोना महामारी से बचाव के लिए दो प्रमुख उपायों में मास्क पहनने और हाथ धुलने को अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है। हाथ धुलने के तरीके को लेकर भी खूब जागरूकता फैलाई गई। इस बीच हाथ धुलने के तरीके का एक रोचक नामकरण भी तेजी से प्रसारित किया जा रहा है। यह खास नाम है सुमनके। डाक्टरों के बीच यह नाम खूब प्रचलित है जिसे आप भी अपना कर कोरोना को मात दे सकते हैं।

सही तरीके से हाथ धोना है सुमनके फार्मूला

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए चिकित्सकों की तरफ से बार-बार यह अपील की जा रही है कि मास्क लगाने व हाथ धुलने में लापरवाही न बरती जाए। ऐसा करने से आने वाले संकट की धार को कुंद किया जा सकता है। सुमनके यानी एस.यू.एम.ए.एन.के का फार्मूला हाथ धुलने के तरीके को आसानी से समझाता है। आप भी जानिए क्या है यह फार्मूला।

एस यानी सीधा हाथ। डाक्टर कहते हैं कि सबसे पहले हाथ को सीधा धुलना चाहिए। यू यानी उल्टा हाथ। दूसरे स्टेप में हाथ को उल्टा धुलना चाहिए। एम यानी मुट्ठी। दो स्टेप के बाद तीसरा तरीका मुट्ठी हथेली को मुट्ठी बनाते हुए धुलने का है। ए यानी अंगूठा। इस स्टेप में अंगूठे और उसके पोर को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। एन यानी नाखून, जिसमें दोनों अंगूठे और सभी अंगुलियों के नाखून साफ किए जाएं और सबसे अंत में के यानी कलाई। दोनों कलाई को भी ढंग से साफ करें।

हाथ धोने में लगाएं 20 से 40 सेकेंड

कीटाणुओं को मारने के लिए हाथ को अच्छी तरह साफ करने में 20 से 40 सेकेंड का समय लगाना चाहिए। इसके बाद हाथ साफ कपड़े से सुखाएं।

क्या कहते हैं डाक्टर

स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डाक्टर अजीत चौरसिया ने बताया कि हाथ को साफ रखा जाए और इसके सभी हिस्से की सफाई हो तो कीटाणुओं के रहने की गुंजाइश ही नहीं रहेगी। सुमनके के संबंध में बताया कि यह डाक्टरों के बीच काफी प्रचलित है। हालांकि यह बताना मुश्किल है कि यह फार्मूला और नामकरण किसने किया।

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