टीईटी 2017 की उत्तरमाला जारी,23 अक्टूबर तक मांगी गई आपत्ति

बुधवार शाम उत्तर कुंजी वेबसाइट पर जारी करके अभ्यर्थियों की इस बेचैनी को काफी हद तक दूर कर दिया है। प्रश्न पुस्तिकाओं की चारों सीरीज की उत्तरमाला देकर 23 अक्टूबर तक आपत्ति भी मांगी है।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Thu, 19 Oct 2017 09:46 AM (IST) Updated:Thu, 19 Oct 2017 09:46 AM (IST)
टीईटी 2017 की उत्तरमाला जारी,23 अक्टूबर तक मांगी गई आपत्ति
टीईटी 2017 की उत्तरमाला जारी,23 अक्टूबर तक मांगी गई आपत्ति

इलाहाबाद (जेएनएन)। पहले दिन रात तैयारी और फिर रविवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपी टीईटी 2017, में शामिल होकर लाखों अभ्यर्थी इसलिए बेचैन रहे कि उनका पेपर कैसा हुआ? परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय इलाहाबाद ने बुधवार शाम उत्तर कुंजी वेबसाइट पर जारी करके अभ्यर्थियों की इस बेचैनी को काफी हद तक दूर कर दिया है। परीक्षा से संबंधित प्रश्नपुस्तिकाओं की चारों सीरीज की उत्तरमाला देकर कार्यालय सचिव ने अभ्यर्थियों से 23 अक्टूबर की शाम छह बजे तक सशर्त आपत्ति भी मांगी है।


प्रदेश के 1634 केंद्रों पर 15 अक्टूबर को दो पालियों में हुई टीईटी 2017 परीक्षा में कुल पंजीकृत नौ लाख 76 हजार 760 के सापेक्ष करीब साढ़े आठ लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें प्रथम पाली में प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 80.50 फीसद तथा दूसरी पाली में उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 86.74 फीसद अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। इसके बाद से ही अभ्यर्थियों की बेचैनी बढ़ गई थी कि उनका पेपर आखिर कैसा हुआ। कभी किताबों से तो कभी सोशल मीडिया पर चल रहे फर्जी उत्तरमाला से मिलान कर लाखों अभ्यर्थियों में ऊहापोह की स्थिति रही।


आखिर परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय उप्र इलाहाबाद ने बुधवार को अपनी वेबसाइट पर सही उत्तरमाला जारी कर दी। इस उत्तरमाला के अनुसार किसी प्रश्न या उत्तर पर आपत्ति जताने के लिए अभ्यर्थियों से कई शर्तों के साथ 23 अक्टूबर की शाम छह बजे तक के माध्यम से आपत्ति भी मांगी गई है।  अभ्यर्थियों के लिए शर्त रखी गई है कि आपत्ति के साक्ष्य उपलब्ध कराना अनिवार्य है। आपत्ति केवल ई-मेल आइडी के माध्यम से ही स्वीकार की जाएगी।

व्यक्तिगत पत्राचार, मोबाइल कॉल या अन्य किसी माध्यम से आपत्ति स्वीकार्य नहीं होगी। अभ्यर्थियों को आपत्ति दाखिल करने के लिए क्रम संख्या, परीक्षा का स्तर, प्रश्न पुस्तिका की सीरीज, प्रश्न संख्या, जारी उत्तर माला के अनुसार उत्तर, अभ्यर्थी की ओर से माने जाने वाला उत्तर और अभ्यर्थी को अपने माने जाने वाले उत्तर का साक्ष्य प्रस्तुत करना होगा। यह जानकारी सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी डा. सुत्ता सिंह ने दी है।  

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