Coronavirus संक्रमण काल में प्रतापगढ़ में बंद है स्टेडियम, घर में तलवारबाजी का अभ्यास कर रहे खिलाड़ी
कोरोना वायरस के संक्रमण का असर खेल पर भी है। प्रतापगढ़ में खिलाड़ी तलवारबाजी का अभ्यास अपने घरों में ही कर रहे हैं क्योंकि स्टेडियम बंद है। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में प्रतापगढ़ में भी स्टेडियम बंद है। इस वजह से तलवारबाज घर पर ही तलवार को धार रहे।
प्रतापगढ़, जेएनएन। जिले में क्रिकेट, एथलीट की तरह तलवारबाजी में माहिर खिलाड़ियों की कमी नहीं है। तलवारबाजी के खेल में युवकों से कम युवतियां भी नहीं है। यहां खेल स्टेडियम में करीब 30 से अधिक युवक व युवतियां तलवारबाजी की प्रैक्टिस कर रहीं थी। कोच अजय सिंह से तलवारबाजी का करतब सीखने वाले कई खिलाड़ी राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक हासिल करके जिले का नाम रोशन कर चुके है।
खिलाडि़यों का ध्यान अभ्यास पर है
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में प्रतापगढ़ में भी स्टेडियम बंद है। इस वजह से तलवारबाज घर पर ही तलवार को धार रहे हैं। वह अपना ध्यान सिर्फ अभ्यास पर देते नजर आते हैं। साथ ही यह उम्मीद लगाए हैं कि जल्द ही कोरोना काल से निजात मिलने पर वह फिर पहले की तरह स्टेडियम में अपनी प्रतिभा को निखार सकेंगे।
तलवारबाजी में कई खिलाड़ी जलवा दिखा चुके हैं
शहर से सटे रूपापुर गांव की निवासी लवली मिश्रा पुत्री आदित्य मिश्रा ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में वर्ष 2018 व 2019 में स्वर्ण पदक, दुजई का पुरवा निवासी अलका सरोज पुत्री शिव कुमार सरोज ने वर्ष 2016, 2017, 2018 व 2019 में स्वर्ण पदक, देवकली निवासी जागृति तिवारी पुत्र संजय तिवारी ने वर्ष 2018 में कांस्य पदक व वर्ष 2019 में रजत पदक हासिल किया था। गायत्री नगर मोहल्ला निवासी प्राची मिश्रा पुत्र ओमप्रकाश मिश्र भी प्रदेशीय व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुकी हैं।
ये तलवारबाज खिलाड़ी भी कुछ कम नहीं हैं
इसी तरह सदर बाजार निवासी मोहम्मद कलीम पुत्र कमरूद्दीन ने वर्ष 2016 व वर्ष 2019 में कांस्य पदक, रूपापुर निवासी मोहित गुप्ता ने वर्ष 2019 में स्वर्ण पदक व रजत पदक, कांशीराम कालोनी जीआइसी निवासी निहाल अग्रहरि पुत्र शीतला प्रसाद ने वर्ष 2017 व 2018 में कांस्य पदक जीतकर जिले का मान बढ़ाया था। कोरोना संक्रमण की वजह से स्टेडियम बंद होने से घर में कैद खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस को जारी रखे हुए हैं। कोच अजय सिंह का कहना है कि वह लगातार खिलाड़ियों के संपर्क में बने हुए हैं। ताकि खिलाड़ी प्रैक्टिस को घर पर जारी रखें।