Lockdown के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया स्थगित, विरोध कर रहे थे छात्रनेता Prayagraj News

इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लाकडाउन लागू है। इसके चलते अधिकांश छात्र-छात्राएं अपने गांव-घर चले गए हैं। साइबर कैफे भी बंद हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 27 Mar 2020 02:33 PM (IST) Updated:Fri, 27 Mar 2020 03:18 PM (IST)
Lockdown के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया स्थगित, विरोध कर रहे थे छात्रनेता Prayagraj News
Lockdown के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया स्थगित, विरोध कर रहे थे छात्रनेता Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) एवं संघटक महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुक्रवार को स्थगित कर दी गई। अब लाकडाउन खत्म होने के बाद ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष और समाजवादी छात्रसभा के अजय यादव सम्राट समेत तमाम छात्रनेताओं के विरोध के चलते इविवि प्रवेश समिति ने यह फैसला लिया है।

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में प्रवेश के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ विरोध भी शुरू हो गया था। छात्रनेताओं ने प्रवेश परीक्षा स्थगित करने की मांग की थी। उनका कहना था कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरे देेश में लाकडाउन है। ऐसे में प्रवेश प्रक्रिया के लिए आवेदन मांगने का यह उचित समय नहीं है।

इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष ने कहा, साइबर कैफे भी बंद

इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के निर्देश पर पूरे देश व प्रदेश में लॉक डाउन लागू है। इसके चलते अधिकांश छात्र-छात्राएं अपने गांव-घर चले गए हैं। इसके अलावा साइबर कैफे भी बंद पड़े हैं। घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है। ऐसे में इस वक्त इविवि प्रशासन की ओर से प्रवेश के लिए आवेदन मांगा जाना कतई वाजिब नहीं है। अखिलेश ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से शिकायत कर आवेदन की प्रक्रिया फौरन स्थगित कराने की मांग करने की बात कही थी। 

समाजवादी छात्रसभा के अजय सम्राट ने भी जताया विरोध

समाजवादी छात्रसभा के अजय सम्राट ने भी प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने का विरोध किया था। अजय का कहना था कि इविवि का यह फैसला निंदनीय है। इस संदर्भ में प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक ने कहा था कि छात्र-छात्राओं को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। प्रक्रिया शुरू की गई है तो तिथि आगे बढ़ाया जाएगा। कोई समस्या नहीं होने पाएगी।

इविवि में प्रवेश के लिए एक दिन में 2963 आवेदन आए थे

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में प्रवेश के लिए एक दिन में ही 2963 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। हालांकि, इनमें से महज 383 ने ही आवेदन प्रकिया पूरी की। पहले ही दिन इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आइपीएस)के स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रम में कुल 486 ने रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें से 13 ने आवेदन की प्रक्रिया पूरी की। बीएएलएलबी और एलएलबी में कुल 597 ने आवेदन किया, इनमें 105 ने प्रक्रिया पूरी की।

पीजीएटी-1 और 2 में सर्वाधिक 802 ने प्रवेश पाने के लिए आवेदन किया

यूजीएटी में 1078 ने रजिस्ट्रेशन कराया लेकिन प्रक्रिया महज 186 ने ही पूरी की। इसी तरह पीजीएटी-1 और 2 में सर्वाधिक 802 ने प्रवेश पाने के लिए आवेदन किया। हालांकि, प्रक्रिया पूरी करने वाले आवेदकों की संख्या 79 में ही सिमटकर रह गई। इस तरह 25 मार्च से शुरू हुई प्रवेश प्रक्रिया में 24 घंटे में कुल 2963 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इनमें से 383 ने आवेदन प्रकिया पूरी की है।

इविवि के पीआरओ बोले

पीआरओ डॉ. शैलेंद्र मिश्र ने कहा था कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है। ऐसे में आवेदन करने में छात्र-छात्राओं को समस्याएं भी हो रही हैं। हालांकि, उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। यह तिथि आगे बढ़ाई भी जाएगी।

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