तौकीर और व्यापारी के बीच मध्यस्थता कराने वाले को तलाश रही एसटीएफ
राजेश हत्याकांड में एसटीएफ शोएब को तलाश रही है। उसने तौकीर और व्यापारी के बीच मध्यस्थता कराई थी।
प्रयागराज, जेएनएन : पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ में हुए राजेश हत्याकांड का राजफाश करने के लिए पुलिस और एसटीएफ उस शोएब की तलाश कर रही है, जिसने तौकीर और सुपारी देने वाले व्यापारी के बीच मध्यस्थता कराई थी। इसके अलावा एसटीएफ के निशाने पर वह लोग भी हैं, जो तौकीर और अतीक को अपने घर में शरण देते थे। ऐसे लोगों को पुलिस और एसटीएफ ने चिह्नित कर लिया है।
मार्बल व्यवसायी की हुई थी हत्या
इस साल का सबसे चर्चित हत्याकांड मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह का था। लगभग 30 साल से मार्बल की दुकान चला रहे राजेश ने अपने व्यवहार से कारोबार को काफी आगे पहुंचा दिया था। यही बात उनके व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी को चुभ रही थी। आखिर में प्रतिद्वंद्वी ने राजेश की हत्या कराने की योजना बना डाली। हत्या करने के लिए शूटर को पांच लाख रुपये की सुपारी दे दी। घटना के लिए 23 जनवरी 2019 का समय चुना गया और रात लगभग सवा आठ बजे दुकान में घुसे दो शूटरों ने गोली मारकर राजेश को मौत की नींद सुला दिया।
दोनों बदमाशों की पहचान हसन मुल्ला ने की थी
पहले तो यह तय नहीं हो पा रहा था कि किन बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया। 16 फरवरी को बदमाश हसन मुल्ला की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि गोली मारने वाले बदमाश तौकीर और अतीक थे। सीसीटीवी फुटेज का वीडियो क्लिप देखने के बाद दोनों बदमाशों की पहचान हसन मुल्ला ने की थी। फिर यह पता लगाया जाने लगा कि आखिर सुपारी किसने दी थी। जांच पड़ताल के दौरान एसटीएफ और पुलिस को यह पता चल गया कि पांच लाख रुपये में राजेश की हत्या की सुपारी दी गई थी। दो लाख रुपये एडवांस दिया गया था।
अभी राज ही है कि किसने दी थी मारने की सुपारी
किस व्यापारी ने सुपारी दी थी, यह बात सिर्फ तौकीर और अतीक को पता थी। तौकीर छह जून को एनकाउंटर में मार दिया गया। अब यह राज जानने के लिए अतीक की तलाश थी। तीन दिन पहले मुंबई में पकड़े गए अतीक से पूछताछ में पुलिस को पता चल गया कि किस व्यापारी ने सुपारी दी थी। तौकीर और व्यापारी के बीच मध्यस्थता के बारे में पुलिस को जानकारी मिली कि आजाद नगर मोहल्ले के रहने वाले शोएब ने तौकीर और व्यापारी के बीच मध्यस्थता कराई थी। पुलिस और एसटीएफ शोएब की तलाश कर रही है।
पुलिस और एसटीएफ की तलाश जारी
इसके अलावा पुलिस और एसटीएफ आजाद नगर और भुलियापुर के रहने वाले उन लोगों की तलाश कर रही है, जो तौकीर, अतीक को अपने घर में शरण देते थे। फरारी के दौरान उन्हें भोजन समेत सारी सुविधाएं मुहैया कराते थे। इन लोगों की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। इस बारे में कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि शोएब ने तौकीर और सुपारी देने वाले व्यापारी से मध्यस्थता कराई थी। उसी ने दो लाख रुपये तौकीर को दिया था।
मार्बल व्यवसायी की हुई थी हत्या
इस साल का सबसे चर्चित हत्याकांड मार्बल व्यवसायी राजेश सिंह का था। लगभग 30 साल से मार्बल की दुकान चला रहे राजेश ने अपने व्यवहार से कारोबार को काफी आगे पहुंचा दिया था। यही बात उनके व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी को चुभ रही थी। आखिर में प्रतिद्वंद्वी ने राजेश की हत्या कराने की योजना बना डाली। हत्या करने के लिए शूटर को पांच लाख रुपये की सुपारी दे दी। घटना के लिए 23 जनवरी 2019 का समय चुना गया और रात लगभग सवा आठ बजे दुकान में घुसे दो शूटरों ने गोली मारकर राजेश को मौत की नींद सुला दिया।
दोनों बदमाशों की पहचान हसन मुल्ला ने की थी
पहले तो यह तय नहीं हो पा रहा था कि किन बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया। 16 फरवरी को बदमाश हसन मुल्ला की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि गोली मारने वाले बदमाश तौकीर और अतीक थे। सीसीटीवी फुटेज का वीडियो क्लिप देखने के बाद दोनों बदमाशों की पहचान हसन मुल्ला ने की थी। फिर यह पता लगाया जाने लगा कि आखिर सुपारी किसने दी थी। जांच पड़ताल के दौरान एसटीएफ और पुलिस को यह पता चल गया कि पांच लाख रुपये में राजेश की हत्या की सुपारी दी गई थी। दो लाख रुपये एडवांस दिया गया था।
अभी राज ही है कि किसने दी थी मारने की सुपारी
किस व्यापारी ने सुपारी दी थी, यह बात सिर्फ तौकीर और अतीक को पता थी। तौकीर छह जून को एनकाउंटर में मार दिया गया। अब यह राज जानने के लिए अतीक की तलाश थी। तीन दिन पहले मुंबई में पकड़े गए अतीक से पूछताछ में पुलिस को पता चल गया कि किस व्यापारी ने सुपारी दी थी। तौकीर और व्यापारी के बीच मध्यस्थता के बारे में पुलिस को जानकारी मिली कि आजाद नगर मोहल्ले के रहने वाले शोएब ने तौकीर और व्यापारी के बीच मध्यस्थता कराई थी। पुलिस और एसटीएफ शोएब की तलाश कर रही है।
पुलिस और एसटीएफ की तलाश जारी
इसके अलावा पुलिस और एसटीएफ आजाद नगर और भुलियापुर के रहने वाले उन लोगों की तलाश कर रही है, जो तौकीर, अतीक को अपने घर में शरण देते थे। फरारी के दौरान उन्हें भोजन समेत सारी सुविधाएं मुहैया कराते थे। इन लोगों की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। इस बारे में कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि शोएब ने तौकीर और सुपारी देने वाले व्यापारी से मध्यस्थता कराई थी। उसी ने दो लाख रुपये तौकीर को दिया था।
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