राज्य विश्वविद्यालय और यूपीआरटीओयू में भी व्यक्तिगत डिग्री पर लगेगी रोक Prayagraj News

दूरस्थ शिक्षा पद्धति के तहत मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा बांट रही है तो बिना पढ़ाई केवल ऐसे में व्यक्तिगत का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि व्यक्तिगत माध्यम के छात्र-छात्राएं सीधे परीक्षा में शामिल होते हैं। उन्हें न तो कक्षाएं लेनी पड़ती हैं और न आंतरिक असेसमेंट का चक्कर रहता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 18 Dec 2020 04:34 PM (IST) Updated:Fri, 18 Dec 2020 05:28 PM (IST)
राज्य विश्वविद्यालय और यूपीआरटीओयू में भी व्यक्तिगत डिग्री पर लगेगी रोक Prayagraj News
कार्य परिषद से मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही यह नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार देख रहे प्रोफेसर केएन सिंह की सिफारिश पर राजभवन ने अहम निर्णय लिया है। अब प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में स्नातक व परास्नातक की व्यक्तिगत डिग्री पर रोक लगा दी गई। तमाम विवि ने नए सत्र से इस व्यवस्था को लागू भी कर दिया। मुविवि और राज्य विवि में कार्य परिषद से मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही यह नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

व्यक्तिगत माध्यम में बिना पढ़ाई केवल दी जाती है डिग्री

कुलपति प्रो. केएन सिंह ने बताया कि पिछले महीने राजभवन में विवि की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल के समक्ष उन्होंने प्रस्ताव रखा कि शिक्षा के दो ही माध्यम होते हैं। इनमें संस्थागत और दूरस्थ शिक्षा पद्धति शामिल हैं। ऐसे में व्यक्तिगत का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि व्यक्तिगत माध्यम के छात्र-छात्राएं सीधे परीक्षा में शामिल होते हैं। उन्हें न तो कक्षाएं लेनी पड़ती हैं और न आंतरिक असेसमेंट का चक्कर रहता है। जबकि, दूरस्थ शिक्षा पद्धति में छात्र-छात्राओं को शिक्षण सामग्री दी जाती है। उन्हें प्रयोगात्मक परीक्षाओं में भी हिस्सा लेना पड़ता है। संस्थागत माध्यम में छात्र-छात्राओं से शिक्षक सीधे रूबरू होते हैं। व्यक्तिगत माध्यम में बिना पढ़ाई केवल डिग्री दी जाती है।

उन्होंने राज्यपाल को यह भी बताया कि जब प्रदेश में दूरस्थ शिक्षा पद्धति के तहत मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा बांट रही है तो बिना पढ़ाई केवल डिग्री देना उचित नहीं है। इसके बाद इस प्रकरण को लेकर पत्र व्यवहार भी किया गया। राज्यपाल ने मामले को संज्ञान में लिया। फिर उनके विशेष कार्याधिकारी केयूर सी संपत ने व्यक्तिगत शिक्षण व्यवस्था पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया।

प्रवेश ले चुके छात्रों को दी जाएगी डिग्री

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केएन सिंह ने बताया कि राजभवन में व्यक्तिगत डिग्री पर रोक लगाने को लेकर पिछले महीने चर्चा हुई थी। इस पर आदेश जारी कर दिया गया। अब कार्य परिषद की बैठक में इस पर चर्चा होगी। वहां से मंजूरी मिलने के बाद प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। फिलहाल प्रवेश ले चुके छात्रों को डिग्री दी जाएगी।  

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