राजेश हत्याकांड को लेकर गुत्थी उलझी, सात हिरासत में
मार्वल व्यापारी की हत्या की गुत्थी पुलिस अभी तक सुलझा नहीं सकी है। हालांकि सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
प्रयागराज : प्रतापगढ़ में मार्बल व्यवसायी राजेश ङ्क्षसह की हत्या को 36 घंटे हो गए लेकिन इसकी गुत्थी अभी रहस्य की कई परतों में उलझी हुई है। पुलिस ने आनन-फानन में कई जगह दबिश दी और सात संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया। सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों का सुराग लगाने का प्रयास भी पुलिस कर रही है। घटनास्थल पर चले मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया जा रहा है। हालांकि तमाम कवायद के बाद भी पुलिस के पास अभी बताने को कुछ नहीं है।
कैसे हुई थी वारदात
शहर के सदर बाजार मोहल्ला निवासी राजेश ङ्क्षसह मार्बल के थोक विक्रेता थे। घर के सामने ही उनकी दुकान थी। बुधवार रात दुकान में घुसकर तीन नकाबपोश बदमाशों ने बदमाश ने गोली मारकर राजेश की हत्या कर दी और भाग गए। आइजी मोहित अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे और दुकान में लगे सीसीटीवी का फुटेज देखा।
रंजिश से इंकार कर रहे परिजन
राजेश के बड़े भाई अजीत ङ्क्षसह समेत परिजन किसी से रंजिश की बात से इंकार कर रहे हैं। परिजनों के रसूलाबाद चले जाने के कारण शाम तक पुलिस को तहरीर भी नहीं मिल सकी थी। घटना की कोई न कोई वजह जरूर है, लेकिन वजह का पता नहीं चलने से राजेश की हत्या की गुत्थी उलझी हुई है। पुलिस रंजिश समेत अन्य ङ्क्षबदुओं पर जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज में दिखे बदमाशों के हुलिए से उनका सुराग लगाने का प्रयास हो रहा है। पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों से सात संदिग्धों लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस की कई टीम लगी
बदमाशों का सुराग लगाने के लिए कोतवाली पुलिस के अलावा स्वाट टीम, सर्विलांस टीम, सीओ क्राइम अंजनी राय को लगाया गया है। पुलिस घटना के समय घटनास्थल के टावर पर सक्रिय रहे मोबाइल नंबरों को खंगाल रही है। राजेश ङ्क्षसह के मोबाइल पर आने वाले मैसेज और कॉल की भी जांच पुलिस कर रही है। गुरुवार को पूरे दिन एसपी एस आनंद, एएसपी पूर्वी अवनीश मिश्र, सीओ क्राइम अंजनी राय सर्विलांस सेल में मोबाइल नंबरों को खंगालते रहे।
कहते हैं एसपी
प्रतापगढ़ के एसपी एस. आनंद का कहना है कि राजेश ङ्क्षसह की हत्या में परिजनों ने किसी से रंजिश की बात नहीं बताई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। सात संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कैसे हुई थी वारदात
शहर के सदर बाजार मोहल्ला निवासी राजेश ङ्क्षसह मार्बल के थोक विक्रेता थे। घर के सामने ही उनकी दुकान थी। बुधवार रात दुकान में घुसकर तीन नकाबपोश बदमाशों ने बदमाश ने गोली मारकर राजेश की हत्या कर दी और भाग गए। आइजी मोहित अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे और दुकान में लगे सीसीटीवी का फुटेज देखा।
रंजिश से इंकार कर रहे परिजन
राजेश के बड़े भाई अजीत ङ्क्षसह समेत परिजन किसी से रंजिश की बात से इंकार कर रहे हैं। परिजनों के रसूलाबाद चले जाने के कारण शाम तक पुलिस को तहरीर भी नहीं मिल सकी थी। घटना की कोई न कोई वजह जरूर है, लेकिन वजह का पता नहीं चलने से राजेश की हत्या की गुत्थी उलझी हुई है। पुलिस रंजिश समेत अन्य ङ्क्षबदुओं पर जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज में दिखे बदमाशों के हुलिए से उनका सुराग लगाने का प्रयास हो रहा है। पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों से सात संदिग्धों लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस की कई टीम लगी
बदमाशों का सुराग लगाने के लिए कोतवाली पुलिस के अलावा स्वाट टीम, सर्विलांस टीम, सीओ क्राइम अंजनी राय को लगाया गया है। पुलिस घटना के समय घटनास्थल के टावर पर सक्रिय रहे मोबाइल नंबरों को खंगाल रही है। राजेश ङ्क्षसह के मोबाइल पर आने वाले मैसेज और कॉल की भी जांच पुलिस कर रही है। गुरुवार को पूरे दिन एसपी एस आनंद, एएसपी पूर्वी अवनीश मिश्र, सीओ क्राइम अंजनी राय सर्विलांस सेल में मोबाइल नंबरों को खंगालते रहे।
कहते हैं एसपी
प्रतापगढ़ के एसपी एस. आनंद का कहना है कि राजेश ङ्क्षसह की हत्या में परिजनों ने किसी से रंजिश की बात नहीं बताई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। सात संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।