Sawan Month 2020 : सावन बना मनभावन, हरी चूडिय़ां और हरी साड़ी पहन बन रहीं 'सेल्फी क्वीन' Prayagraj News
इस बार कोरोना संक्रमण के डर से ऐसे सभी आयोजन नहीं हो रहे हैं फिर भी सावन की खुशियां कम नहीं हैं। घरों में तरह-तरह के आयोजन हो रहे हैं। दैनिक जागरण उन आयोजनों को खास बना रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। आपको तो पता ही है कि सावन महीना मनभावन होता है। सावन के इस मनभावन महीने में प्रकृति की रंगत भी बदल गई है। रिमझिम बारिश में अठखेलियां करने को सभी का दिल चाहता है। महिलाओं के लिए सावन का महीना खास हो जाता है, क्योंकि तीज-त्योहारों के बीच वे नृत्य, गायन का आयोजन भी करती हैं। कजरी, सावनी गीत, मेहंदी, परिधान प्रतियोगिताओं के जरिए उनका हुनर खूब निखरता है।
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से घरों में हो रहे आयोजन
इस बार कोरोना संक्रमण के डर से ऐसे सभी आयोजन नहीं हो रहे हैं फिर भी सावन की खुशियां कम नहीं हैं। घरों में तरह-तरह के आयोजन हो रहे हैं। 'दैनिक जागरण' उन आयोजनों को खास बना रहा है। सेल्फी क्वीन (सावन ट्रेडिशनल लुक में), सेल्फी विथ डेकोरेटिव अम्ब्रेला व सेल्फी विथ मेहंदी जैसे आयोजन यादगार बन रहे हैं।
खास होता है सावन : अनुपमा
आर्य कन्या इंटर कालेज में प्रवक्ता अनुपमा श्रीवास्तव ने सेल्फी विथ अम्ब्रेला के जरिए सावन को यादगार बनाया। वह कहती हैं कि सावन हम सबके लिए है खास, क्योंकि यह मन को जागृत करके उमंग व तरंग भरने वाला महीना है। अविवाहित हो या सुहागन स्त्री। युवा हो अथवा बुजुर्ग। सबके मन का भाव एक समान होता है। यह मन को जोडऩे वाला कालखंड होता है, जिसे 'दैनिक जागरण' परिवार ने यादगार बनाया है।
मिल गई खोई हुई खुशी : प्रियंवदा
हाथ में हरी चूडिय़ां, बदन में सजी हरी साड़ी के जरिए प्रियंवदा ने सेल्फी क्वीन बनकर अपनी भावनाएं व्यक्त की। खूबसूरत परिधान के जरिए सावन की खुशियों को साझा किया। कहती हैं कि मन उदास था कि अबकी सावन की खुशी नहीं मिल पाएगी, लेकिन दैनिक जागरण की वजह से हमारी खोई खुशी मिल गयी। बाहर का झूला न सही पर घर के झूले पर दोस्त के साथ वैसी ही खुशी मिली।
यहां भेजें फोटो व विवरण
सावन को लेकर होने वाले आयोजन की फोटो व विवरण मोबाइल नंबर 9519100839 व ई-मेल shanu.rathore@ald.jagran.com पर भेजना होगा।
खुश हूं कि खुशी मनाने का मिला मौका : सविता
सविता सिंह हर साल सावन पर होने वाले आयोजन का हिस्सा बनती हैं, लेकिन कोरोना के कारण अबकी कोई आयोजन नहीं हुआ। हाथों में खूबसूरती से मेहंदी रचाकर उन्होंने उसकी फोटो साझा किया। कहती हैं दैनिक जागरण ने हमें सावन की खुशी मनाने का मौका दिया, उससे काफी खुश हूं। मेहंदी लगाने की रस्म घर पर ही निभाई। पूरी हाथ भरकर हरी चूडिय़ां नहीं मिली।