Coronavirus : क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों का तनाव दूर करेंगे मनोचिकित्सक Prayagraj News
नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. इशानया राज ने कहा कि क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की मनोचिकित्सा प्रविधि द्वारा काउंसलिंग करने की जिम्मेदारी मुझे दी गई है।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना वायरस का संक्रमण अपने देश में भी तेजी से फैल रहा है। हालांकि इससे बचाव के लिए पीएम मोदी ने लॉकडाउन लागू कर दिया है। वहीं इससे बचाव के लिए क्वारंटाइन किए गए लोग मानसिक तनाव व बीमारियों से ग्रसित न हों, इसके लिए मनोचिकित्सक उनकी काउंसिलिंग करेंगे।
समय-समय पर करें काउंसिलिंग
दरअसल, कोर्ट ने सरकार से अपेक्षा की है कि वह सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन के दौरान समस्त शेल्टर होम्स में आमजन को किसी तरह के मानसिक तनाव का सामना न करना पड़े। शासन की ओर से स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि शेल्टर होम्स या आश्रय स्थलों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए समय-समय पर कांउसिलिंग करें। इस कार्य के लिए मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत तैनात साइकेट्रिस्ट, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और साइकेट्रिक सोशल वर्कर की मदद लें।
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, काउंसलर और साइकोलॉजिस्ट से सेवाएं ली जाएं
जिन जनपदों में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संसाधन उपलब्ध नहीं है वहां राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, एनपीसीडीसीएस कार्यक्रम या अन्य कार्यक्रम में तैनात क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, काउंसलर और साइकोलॉजिस्ट से सेवाएं ली जाएं। काउंसिलिंग सुचारू रूप से चलाने के लिए आवागमन और सुरक्षा आदि का भी पूरा ध्यान रखा जाए।
नोडल डॉ वीके मिश्र के नेतृत्व में इसका संचालन
नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. इशानया राज ने कहा कि क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की मनोचिकित्सा प्रविधि द्वारा काउंसलिंग करने की जिम्मेदारी मुझे दी गई है। नोडल डॉ. वीके मिश्र के नेतृत्व में इसका संचालन होगा। इनके अंदर डर, चिंता, आशंकाएं, तनाव, उदासी, बेचैनी आदि का निदान कर व अभिप्रेरणा, आत्मविश्वास सकारात्मकता संयम आदि के विकास में पूर्ण सहयोग करें।