प्रो. आरके उपाध्याय दूसरी बार बने Allahabad University के चीफ प्रॉक्टर Prayagraj News

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फेरबदल हुआ है। प्रो. आरके उपाध्याय को चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है। वहीं कई बार इस्तीफा देेने वाले प्रो. राम सेवक दुबे को इस बार पदमुक्त कर दिया गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 02 Feb 2020 10:30 AM (IST) Updated:Sun, 02 Feb 2020 10:32 AM (IST)
प्रो. आरके उपाध्याय दूसरी बार बने Allahabad University के चीफ प्रॉक्टर Prayagraj News
प्रो. आरके उपाध्याय दूसरी बार बने Allahabad University के चीफ प्रॉक्टर Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के रक्षा एवं अध्ययन विभाग के प्रोफेसर आरके उपाध्याय पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए उन्हें नया चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है। कई बार पद से इस्तीफा दे चुके प्रो. राम सेवक दुबे को आखिरकार शनिवार को पदमुक्त कर दिया गया। कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी के निर्देश पर प्रो. उपाध्याय ने पदभार भी ग्रहण कर लिया है।

कुलपति हांगलू का ऑडियो टेप वायरल होने पर प्रो. दुबे ने दिया था इस्तीफा

बता दें कि प्रो. राम सेवक दुबे ने वर्ष 2018 में पूर्व कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू का एक महिला से बात करने का ऑडियो टेप वायरल होने के बाद इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद प्रो. एचएस उपाध्याय को करीब एक महीने के लिए चीफ प्रॉक्टर नियुक्त किया गया। महीने भर बाद दोबारा प्रो. दुबे को कुर्सी पर बैठाया गया। वर्ष 2017 में हॉस्टल वॉश आउट और परिसर में अनुशासन बनाए रखने के लिए अधिक कार्रवाई के बाद से वह छात्रों के निशाने पर आ गए।

प्रो. दुबे के कार्यकाल में सबसे ज्यादा छात्रों का निलंबन, निष्कासन हुआ

कहा तो यह भी जाता है कि प्रो. दुबे के कार्यकाल में ही सबसे ज्यादा छात्रों के निलंबन और निष्कासन की कार्रवाई हुई। वह कई बार पद से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन शनिवार को उनका इस्तीफा कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने मंजूर कर लिया। इसके बाद कई प्रशासनिक जिम्मेदारियां संभाल चुके प्रो. आरके उपाध्याय को चीफ प्रॉक्टर नियुक्त किया गया। इसके पूर्व में वर्ष 2013 से 2015 तक प्रो. उपाध्याय यह कुर्सी संभाल चुके हैं। शनिवार को प्रो. दुबे ने उन्हें पदभार ग्रहण करा दिया।

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