प्रधानाचार्य और महिला की मौत में फिंगर प्रिंट रिपोर्ट का इंतजार

प्रधानाचार्य और महिला की मौत के राज नहीं खुला है। पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर जांच में जुटी है। बयान दर्ज कराने थाने कोई नहीं पहुंचा है। पुलिस को फिंगर प्रिंट का इंतजार है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 29 May 2019 04:59 PM (IST) Updated:Wed, 29 May 2019 04:59 PM (IST)
प्रधानाचार्य और महिला की मौत में फिंगर प्रिंट रिपोर्ट का इंतजार
प्रधानाचार्य और महिला की मौत में फिंगर प्रिंट रिपोर्ट का इंतजार

प्रयागराज, जेएनएन। प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार चौधरी और राखी की मौत के मामले में अब पुलिस फिंगर प्रिंट रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज व वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर प्रकरण की तफ्तीश चल रही है। राखी के घर से कोई भी व्यक्ति अपना बयान दर्ज कराने के लिए थाने नहीं पहुंचा। ऐसे में पुलिस के लिए मौत की गुत्थी सुलझाना कठिन हो रहा है। 

बोले पुलिस अधिकारी, साक्ष्य बिना किसी को दोषी नहीं माना जा सकता

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिंगर प्रिंट रिपोर्ट आने में लंबा वक्त भी लग सकता है। साक्ष्य के अभाव में किसी को दोषी नहीं माना जा सकता है। प्रमोद के बेटे और बेटी के बयान से भी पुलिस को हत्याकांड के बिंदु पर कोई खास सुराग हाथ नहीं लगा है। 

क्या था मामला

धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतम नगर ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में रहने वाले प्रमोद कुमार चायल स्थित लाल बहादुर शास्त्री इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य थे। वह मूलरूप से कौशांबी जिले के सरायअकिल थाना क्षेत्र स्थित कनैली गांव के रहने वाले थे। शुक्रवार सुबह राखी और प्रमोद को संदिग्ध दशा में गोली लगी थी, इससे दोनों की मौत हो गई थी। पुलिस का दावा है कि लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली राखी यादव शादी का दबाव बना रही थी। इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। इसके बाद प्रमोद ने पहले राखी और फिर खुद को गोली मार ली थी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली से पहले दोनों पर हमले की बात सामने आई है। 

बोले सीओ

सीओ सिविल लाइंस बृजनारायण सिंह का कहना है कि तमंचे का फिंगर प्रिंट जांच के लिए लैब भेज गया है। उसकी रिपोर्ट आने पर ही स्थिति कुछ साफ होगी। 

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