प्रयागराज में पान मसाला के फर्म संचालक पर 12 लाख टैक्स के साथ जुर्माना भी

जांच में संचालक फर्म में रखे माल का ब्योरा नहीं दिखा सके थे। बहरहाल अफसरों का कहना है कि संचालक ने 12 लाख रुपये कर चोरी की बात स्वीकार करते हुए जमा करने के लिए कहा है। लेकिन जब्त दस्तावेजों की छानबीन के बाद ही वास्तविक कर चोरी सामने आएगी।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 08:03 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 08:03 PM (IST)
प्रयागराज में पान मसाला के फर्म संचालक पर 12 लाख टैक्स के साथ जुर्माना भी
संचालक ने 12 लाख रुपये की कर चोरी स्वीकार करते हुए जुर्माना भी जमा करने की हामी भर दी।

प्रयागराज, जेएनएन। वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा के अफसरों ने शनिवार को रोशनबाग चौराहे के पास जिस पान मसाले की फर्म में छापेमारी की थी। उसके संचालक ने 12 लाख रुपये की कर चोरी स्वीकार करते हुए टैक्स के साथ जुर्माना भी मंगलवार व बुधवार तक जमा करने की हामी भर दी है। हालांकि, विभागीय अफसर इससे ज्यादा कर चोरी होने की आशंका जता रहे हैं।

जब्त दस्तावेजों की हो रही छानबीन

वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा के अफसरों द्वारा फर्म में जांच की जा रही थी, तभी कुछ व्यापारियों ने पहुंचकर उनसे दस्तावेज छीन लिए थे और हंगामा कर दिया था। इसकी वजह से जांच बाधित हो गई थी। बहरहाल, व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों के हस्तक्षेप से दोबारा जांच हुई थी। जांच में संचालक फर्म में रखे माल का ब्योरा नहीं दिखा सके थे। बहरहाल, अफसरों का कहना है कि संचालक ने 12 लाख रुपये कर चोरी की बात स्वीकार करते हुए जमा करने के लिए कहा है। लेकिन, जब्त दस्तावेजों की छानबीन के बाद ही वास्तविक कर चोरी सामने आएगी। फर्म में ब्रांडेड कंपनी की सिगरेट भी अवैध मिली है। उसके भी दस्तावेज संचालक के पास नहीं थे। ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या ब्रांडेड कंपनियां भी अवैध कारोबार कर रही हैं। वाणिज्यकर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा के अफसर इसकी भी जांच करेंगे और नोटिस देकर फर्म संचालक को तलब करने के साथ ही इसकी जानकारी भी जुटाएंगे कि अवैध माल कहां से मंगाया जाता है। कंपनी को भी पत्र जारी करने की बात अफसरों ने कही हैं। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू एके सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच पूरी होने पर सभी तथ्य सामने आ जाएंगे।

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