प्रयागराज में गांव-गांव सेहत बांट रहीं 'पैड वुमेन', महिलाओं को जागरूकता का भी पढ़ा रहीं पाठ

प्रयागराज में शंकरगढ़ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पंडित का पूरा में किशोरियों को सेनेटरी पैड एवं आयरन फोलिक एसिड टेबलेट का वितरण राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या नीता साहू द्वारा किया गया। पैड वुमेन गांवों में जाती हैैं और घरों से लड़कियों व महिलाओं को एकत्रित करती हैैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 02 Nov 2020 03:31 PM (IST) Updated:Mon, 02 Nov 2020 03:31 PM (IST)
प्रयागराज में गांव-गांव सेहत बांट रहीं 'पैड वुमेन', महिलाओं को जागरूकता का भी पढ़ा रहीं पाठ
शंकरगढ़ और कोरांव के पिछड़े गांवों में 'पैड वुमेन' ने अभियान चलाया है।

प्रयागराज, जेएनएन। पैडमैन मूवी काफी चर्चित रही हैं। खासतौर पर महिलाओं के बीच। अब कुछ महिलाएं और युवतियां पैड वुमेन के तौर पर गांव गांव महिलाओं को सेहत बांट रही हैैं। ये महिलाएं और युवतियां गांवों में महिलाओं और लड़कियों को सेनेटरी नैपकिन वितरित करती हैैं। साथ ही इसके लिए जागरूक भी करती हैैं। यही नहीं आयरन की गोलियां भी बांटती हैैं।

'पैड वुमेन' ने शंकरगढ़ और कोरांव के पिछड़े गांवों में अभियान चलाया है

प्रयागराज में शंकरगढ़ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पंडित का पूरा में किशोरियों को सेनेटरी पैड एवं आयरन फोलिक एसिड टेबलेट का वितरण राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या नीता साहू द्वारा किया गया।

ये 'पैड वुमेन' गांवों में जाती हैैं और घरों से लड़कियों व महिलाओं को एक स्थान पर एकत्रित करती हैैं। वहां उन्हें सेनेटरी पैड के साथ इसके प्रयोग के बारे में भी समझाती हैैं। 'पैड वुमेन' ने शंकरगढ़ और कोरांव के एक दर्जन पिछड़े गांवों में यह अभियान चलाया है। जहां हर माह ये जाती हैैं और महिलाओं व युवतियों को सेनेटरी नैपकिन को लेकर जागरूक करती हैैं।

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य ने बेटियों के स्‍वास्‍थ्‍य पर जोर दिया

इसी क्रम में शंकरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय पंडित का पूरा में आयोजित सेनेटरी पैड एवं आयरन फोलिक एसिड टेबलेट वितरण समारोह हुआ। इसमें राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य नीता साहू ने कहा कि शंकरगढ़ जैसा पथरीला क्षेत्र मुफलिसी में जीता बचपन किसी अभिशाप से कम नहीं। इसमें बेटियों का स्वास्थ्य एक प्रमुख मुद्दा है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 82 मिलियन बच्चियां सिर्फ अव्यवस्थित मासिक चक्र के चलते स्कूल छोड़ देती हैं। यही नहीं 82 प्रतिशत ग्रामीण महिलाएं आज भी सेनेटरी पैड के स्थान पर परंपरागत तरीका अपनाती हैं। इसके कारण महिलाओं व किशोरियों में संक्रमण का खतरा और प्रजनन समस्याएं बढ़ती जा रही है।

एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी की शिवांगी बोलीं, बच्चियां रक्‍ताल्‍पता की शिकार हैं

एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी की शिवांगी ने बताया कि महिला कार्यकर्ताओं द्वारा गठित समूह की रीता, सरिता व काजल जैसी अनेक बच्चियां कम उम्र में रक्ताल्पता की शिकार हैं। स्वास्थ्य विभाग व एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी की साझेदारी में आयोजित कार्यक्रम में लगभग 800 पैड व 10000 आयरन फोलिक एसिड टेबलेट्स का वितरण किया गया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक ने कहा

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र ने सेनेटरी पैड एवं आयरन फोलिक एसिड टेबलेट के प्रयोग एवं लाभ के बारे में बताया। साथ ही बेहतर खानपान व सुरक्षात्मक जानकारी भी दी। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति सिह एवं जिला बाल संरक्षण इकाई की ज्योत्सना त्रिपाठी ने बच्चियों से अपने अनुभव साझा करते हुए प्रोत्साहित किया। आयोग की सदस्य से मांग किया गया कि प्रदेश की सभी 13 से 19 आयु वर्ग की किशोरियों के लिए नियमित सेनेटरी पैड एवं आयरन फोलिक एसिड टेबलेट की नि:शुल्क व्यवस्था कराई जाए।

स्कूलों मे बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण होगा

सीएचसी प्रभारी से शंकरगढ़ ब्लाक के सभी स्कूलों मे बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाने की बात की गई। समारोह में लगभग 40 किशोरियां व 50 महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के शिक्षकगण, एआरपीएस, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर सुषमा, सरिता आदि शामिल रहीं। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नाजिया ने अतिथियों एवं सहभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में संस्था के साथी संतोष, नीरज, इमरान एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता फूलकली ने सहयोग प्रदान किया।

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