अब इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सभी हॉस्टलों को खोलने की तेज हुई मांग

छात्रनेता अजय यादव सम्राट ने कहा लगातार छात्र हॉस्टलों को खोलने की मांग कर रहे। इसके बावजूद इविवि प्रशासन पहले मनमानी करते हुए इनकार कर देता है।छात्रों ने चेतावनी भी दी कि यदि हॉस्टल नहीं खोले जाते हैं तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 11:11 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 11:11 AM (IST)
अब इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय  के सभी हॉस्टलों को खोलने की तेज हुई मांग
छात्रों ने चेतावनी भी दी कि यदि हॉस्टल नहीं खोले जाते हैं तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे।

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के विज्ञान संकाय और तकनीकी वर्ग के लिए बुधवार को हॉस्टल खोल दिए गए। इसी के साथ अब सभी छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल खोले जाने की भी मांग तेज हो गई। छात्रों का कहना है यदि जल्द ही इविवि प्रशासन कोई अहम फैसला नहीं लेता है तो वह आंदोलन की राह पकड़ेंगे।

अभी केवल विज्ञान एवं तकनीकी संकाय के पीजी और शोध छात्रों के लिए खुले हैं हॉस्‍टल

दरअसल, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर केपी सिंह ने बुधवार को अनलॉक-5 के अंतर्गत हॉस्टलों को खोलने का आदेश जारी कर दिया। हालांकि, यह सुविधा केवल विज्ञान एवं तकनीकी संकाय के पीजी और शोधकर्ताओं के लिए है। अब इलाहाबाद विवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने अन्य हॉस्टलों को भी जल्द खोले जाने की मांग की है। ऋचा का कहना है वह गलत मांग नहीं कर रही थीं। इसका यह प्रत्यक्ष उदाहरण है कि आधी रात बाद जेल भेजने वाला इविवि प्रशासन खुद बैकफुट पर आ गया। छात्रनेता शरद शंकर मिश्र ने कहा कि जब प्रदेश सरकार ने कक्षा नौ से 12 तक के स्कूल खोल दिये तो तैयारी करने वाले छात्रों के लिए हॉस्टल खोलने में क्या समस्या है।

हॉस्‍टल नहीं खुले तो करेंगे बड़ा आंदोलन

छात्रनेता अजय यादव सम्राट ने कहा लगातार छात्र हॉस्टलों को खोलने की मांग कर रहे। इसके बावजूद इविवि प्रशासन पहले मनमानी करते हुए इनकार कर देता है। बाद में जब छात्र आंदोलन करते हैं तो खुद हॉस्टल खोल दिए जाते हैं। छात्रों ने चेतावनी भी दी कि यदि हॉस्टल नहीं खोले जाते हैं तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी केवल विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।

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