Coronavirus effect : Lockdown ने बदल दिया है संगमनगरी में उद्यम का ट्रेंड Prayagraj News

मशीन बनाने की इकाई खत्म करके कोरांव में आटा और राइस मिल लगाने का फैसला लिया और मशीन मंगवा लीं। उनका कहना है कि कितनी भी मंदी हो आटा दाल की बिक्री पर फर्क नहीं पड़ेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 23 Apr 2020 11:40 AM (IST) Updated:Fri, 24 Apr 2020 08:51 AM (IST)
Coronavirus effect : Lockdown ने बदल दिया है संगमनगरी में उद्यम का ट्रेंड Prayagraj News
Coronavirus effect : Lockdown ने बदल दिया है संगमनगरी में उद्यम का ट्रेंड Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन। लॉकडाउन से संगमनगरी में उद्यम का ट्रेंड बदलने लगा है। पिछले दिनों आटा, चावल, दाल की कमी ने कुछ उद्यमियों को सोचने पर मजबूर किया तो कुछ ने खानपान से संबंधित इकाइयों को विस्तारित करने का निर्णय लिया। एक-दो लोगों ने नए उद्यम की दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं।

लॉकडाउन की बंदी ने कारोबारियों को सोचने पर किया विवश

लॉकडाउन के दौरान बंदी से कई उद्यमी सोचने को विवश हुए कि उद्योग कैसे जिंदा रखें? लिहाजा नए उत्पादों को तैयार करने की तरफ सोचा। इसके लिए अभी से प्रयास में जुट गए हैं।

मशीन बनाने की इकाई खत्‍म कर आटा और राइस मिल लगाने का फैसला

ऐसे में नैनी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महामंत्री राकेश हजेला ने इंडस्ट्रियल मशीन बनाने की इकाई खत्म करके कोरांव में आटा और राइस मिल लगाने का फैसला लिया और मशीन मंगवा लीं।

मंदी जैसी स्थिति का भी नहीं करना पडेगा सामना

कारोबारी राकेश हजेला का कहना है कि कितनी भी मंदी हो, आटा, दाल, चावल की बिक्री पर फर्क नहीं पड़ेगा। एसपीआरएल उद्योग समूह के निदेशक आशीष केसरवानी बताते हैं कि औद्योगिक क्षेत्र और सहसों में आटा, चावल व ऑयल की मिलें हैं लेकिन अब पास्ता, माइक्रोनी, चाऊमीन, सेंवई की भी इकाई लगाएंगे।

भविष्‍य में ऐसे हालात से निपटने के लिए रहेंगे तैयार

एलसी फूड्स लिमिटेड, नैनी के निदेशक शोभित केसरवानी बताते हैं कि लॉकडाउन में कर्मियों के नहीं रहने से फ्लोर मिल चलाने में दिक्कत हुई। प्रशासन के सहयोग से कर्मचारियों को बुलवाकर मिल शुरू कराई गई। आगे इसे और विस्तार देने की योजना है, ताकि भविष्य में आपदा से निपटने के लिए अच्छे से तैयार रहें।

chat bot
आपका साथी